Baisakhi celebrations: बैसाखी सिख नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और 1699 में गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा खालसा आदेश के गठन की याद दिलाता है. कलरफुल जुलूसों से लेकर पारंपरिक प्रदर्शन और स्वादिष्ट व्यंजनों तक, बैसाखी उत्सव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की एक सुंदर झलक पेश करता है.
13 April, 2024
Baisakhi celebrations in india: आज बैसाखी का त्योहार पूरे भारत में, खासकर उत्तरी इलाकों में बहुत खुशी और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. यह सिख नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और 1699 में गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा खालसा आदेश के गठन की याद दिलाता है. कलरफुल जुलूसों से लेकर पारंपरिक प्रदर्शन और स्वादिष्ट व्यंजनों तक, बैसाखी उत्सव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की एक सुंदर झलक पेश करता है. अगर आप बैसाखी जश्न में भाग लेना चाहते हैं तो अपने परिवार और दोस्तों के साथ बैसाखी मनाने के लिए इन जगहों पर जाएं.
अमृतसर
अमृतसर पंजाब का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है जो भव्य बैसाखी समारोह के लिए लोकप्रिय है. यहां का स्वर्ण मंदिर उत्सव के केंद्र के रूप में कार्य करता है. इस दौरान यहां भक्तजन आशीर्वाद लेने और धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लेने के लिए आते हैं.
आनंदपुर साहिब
हिमालय की तलहटी में स्थित आनंदपुर साहिब, बेहतरीन भव्यता और बैसाखी के उत्सव के लिए बहुत लोकप्रिय है. इस ऐतिहासिक शहर में होला मोहल्ला उत्सव का आयोजन किया जाता है. इस आयोजन में मार्शल आर्ट, नकली लड़ाई और कलरफुल जुलूसों का बेहतरीन प्रदर्शन होता है.
दिल्ली
भारत की राजधानी, दिल्ली बैसाखी उत्सव के दौरान खिल उठती है, खासकर साउथ दिल्ली के हलचल भरे सिख इलाकों में. इस दौरान बंगला साहिब और रकाब गंज साहिब जैसे गुरुद्वारों को खूबसूरती से सजाया जाता है. साथ ही भक्त यहां प्रार्थना और सामुदायिक सेवा में भाग लेने के लिए इकट्ठा होते हैं. इसके अलावा शहर में लोक नृत्य, संगीत प्रदर्शन और खाद्य उत्सव सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
लुधियाना
लुधियाना, जिसे अक्सर बीबीसी द्वारा ‘भारत का मैनचेस्टर’ कहा जाता है, बैसाखी उत्सव को पूरे जोश से भर देता है. इस दौरान यहां की सड़कें और गुरुद्वारे फूलों और रोशनी से सजी हुई होती हैं. यहां आप भांगड़ा और गिद्दा जैसे पारंपरिक लोक नृत्य देख सकते हैं साथ ही मुंह में पानी ला देने वाले पंजाबी व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं.
यह भी पढ़ें: Baisakhi 2024: बैसाखी पर दिल्ली एनसीआर के इन 4 गुरुद्वारों में आशीर्वाद लेने जरूर जाएं