Budget Session 2024: आर्थिक समीक्षा में देश में मोटापे के कारण हो रही बीमारियों को लेकर चिंता जताई गई है.
22 July, 2024
Budget Session 2024: संसद में सोमवार को देश के आर्थिक सर्वेक्षण को संसद के पटल पर रखा गया. आर्थिक समीक्षा में देश में मोटापे के कारण हो रही बीमारियां को लेकर चिंता जताई गई है. समीक्षा में बढ़ते मोटापे और चीनी तथा वसा (sugars and fat) से भरे खाने की खपत में हो रही वृद्धि पर भी चिंता जताई गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया कि हमारे देश में मोटापा एक चिंताजनक स्थिति बन गई है. 54 बीमारियां गलत आहार के कारण होती हैं. ऐसे में लोग स्वस्थ जीवनशैली को अपना सकें, इसके लिए निवारक उपाय किए जाना चाहिए.
मोटापा एक बड़ी समस्या
आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि देश की वयस्क आबादी (Adult Population) में मोटापा एक बड़ी समस्या बन गया है. अगर भारत को अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा उठाना है तो यह जरूरी है कि इसकी आबादी के स्वास्थ्य मापदंडों को संतुलित किया जाए और लोगों को सही आहार लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए.
लोगों को नहीं मिल रहा पोषण
भारतीय चिकित्सकीय अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया कि चीनी तथा वसा (sugars and fat) वाले खाने के ज्यादा खपत के कारण लोगों को पोषण नहीं मिल रहा है और मोटापे की समस्या का शिकार हो रहे हैं. लोगों में अधिक वजन/मोटापे की समस्याएं बढ़ते जा रही है.
NFHS-5 में हुई वृद्धि
आर्थिक समीक्षा में कहा गया कि देश में 18-69 आयु वर्ग में मोटापे से जूझ रहे पुरुषों का प्रतिशत NFHS-5 में बढ़कर 22.9 प्रतिशत हो गया है. वहीं, NFHS-4 में यह 18.9 प्रतिशत था. महिलाओं का प्रतिशत NFHS-5 में 20.6 प्रतिशत से बढ़कर 24 प्रतिशत हो गया है.
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