Bangladesh Violence: दावा किया जा रहा है कि अब बांग्लादेश में तख्तापलट भी हो सकता है. बांग्लादेश की सत्तासीन अवामी लीग के ‘X’ पर भी जो पोस्ट किए जा रहे हैं, उससे इसी तरह के संकेत मिल रहे हैं.
05 August, 2024
Bangladesh Violence: बांग्लादेश इन दिनों हिंसा की आग में जल रहा है. बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर छात्रों का आंदोलन उग्र रूप ले चुका है. स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के बच्चों को आरक्षण के खिलाफ भड़की हिंसा में अबतक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. दावा किया जा रहा है कि अब बांग्लादेश में तख्तापलट भी हो सकता है. बांग्लादेश की सत्तासीन अवामी लीग के ‘X’ पर भी जो पोस्ट किए जा रहे हैं, उससे इसी तरह के संकेत मिल रहे हैं. सेना देश को अपने कब्जे में ले सकती है. बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान भी सोमवार को 3 बजे देश की जनता को संबोधित करने वाले हैं.
पूरे देश को अपने कब्जे मे ले सकती है सेना
बांग्लादेश की सत्तासीन अवामी लीग (Awami League) ने ‘X’ पर पोस्ट कर लिखा कि अगर आप बांग्लादेश में कोटा आंदोलन (Student Protest) की मौजूदा संरचना को देखें तो यह चिंताजनक है. प्रतिबंधित जमात शिबिर और हिंसक बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के अलावा यह इस्लामिक आंदोलन भी है. प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी ने आरोप लगाया कि हिंसा करने वाले आम छात्र नहीं हैं. ये ताकतें लोकतंत्र विरोधी हैं और आम लोगों के प्रति शत्रुतापूर्ण हैं. ऐसे में दावा किया किया जा रहा है कि सेना पूरे देश को अपने कब्जे मे ले सकती है और प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) से इस्तीफा देने को भी कह सकती है. बता दें कि छात्र प्रधानमंत्री शेख हसीना पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. विपक्षी पार्टियों ने दावा किया है कि क्रोनी कैपिटलिज्म, विवादित चुनाव और शिक्षित बेरोजगारों की बढ़ती संख्या हसीना को एक अलोकप्रिय शासक बनाती है. आज बांग्लादेश के हालात साल 2010 में होस्नी मुबारक के समय में मिस्र जैसा ही है.
14 पुलिसकर्मियों समेत 101 लोगों की मौत
वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी के अमीर डॉ. शफीकुर रहमान ने भी अपने ‘X’ हैंडल पर बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन पिछले जुलाई से चल रहा है. इंशाअल्लाह छात्र समाज का यह आंदोलन अब जीत की कगार पर है. देशभक्त छात्रों की इस एकता ने नए इतिहास को जन्म दे दिया है. उन्होंने यह भी कहा हमारा दृढ़ विश्वास है कि 5 अगस्त को ‘मार्च टू ढाका (राजधानी)’ प्रदर्शन एक नया मील का पत्थर स्थापित करेगा. बता दें कि इससे पहले हिंसक छड़पों में बीते दिन प्रदर्शनकारियों ने 14 पुलिसकर्मियों को पीट-पीटकर मार डाला. एक हिंदू पत्रकार प्रदीप कुमार भौमिक की हत्या कर दी गई. पुलिसकर्मियों समेत कल कम से कम 101 लोग मारे गए. पूरे देश में मोबाइल इंटरनेट बंद है और देशव्यापी कर्फ्यू लागू किया गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री हसीना ने शनिवार को आंदोलन के समन्वयकों के साथ बातचीत करने की पेशकश की थी. हालांकि, उन्होंने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया.