Nitish Kumar: बिहार की राजनीति की परख रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि नीतीश कुमार की चुप्पी किसी बड़े खतरे के संकेत है. उनकी चुप्पी सभी को खल रही है.
Nitish Kumar: बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इस बीच सियासी हलचल भी तेज हो गई है. बिहार के सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. चर्चाओं का कारण है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई विवादास्पद मुद्दों पर अपनी चुप्पी साधी रखी है. ऐसे में नीतीश कुमार को लेकर कहा जा रहा है कि, वह जल्द ही बड़ा निर्णय ले सकते हैं.
अमित शाह के बयान ने बदली बिहार की हवा
दरअसल, बिहार की राजनीति की परख रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि नीतीश कुमार की चुप्पी किसी बड़े खतरे के संकेत है. वक्फ बोर्ड विधेयक, वन नेशन वन इलेक्शन और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बीआर अंबेडकर पर दिया गया बयान समेत कई बड़े मुद्दे हैं, जिन पर नीतीश कुमार की सामने से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
अब हम नही पलटेंगे,जहां हैं वही रहेंगे – नीतीश कुमार pic.twitter.com/8MMmaljIYm
— Lutyens Media (@LutyensMediaIN) September 6, 2024
हालांकि, इन सभी मुद्दों पर उनकी पार्टी JDU यानी जनता दल यूनाइटेड के नेता बयान दे रहे हैं और केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार का बचाव भी कर रहे हैं. फिर भी नीतीश कुमार की चुप्पी सभी को खल रही है. दावा इस बात का भी है कि JDU पार्टी के अंदर नीतीश कुमार मजबूत स्थिति में नहीं है कि वह कोई बड़ा निर्णय ले पाएं.
बता दें कि एक निजी चैनल के इंटरव्यू में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि चुनाव के बाद बिहार में नेता तय किया जाएगा. इसके बाद से सियासी गलियारों में नीतीश कुमार के पलटी मारने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया. नीतीश कुमार को जानने वाले यह भी बताते हैं कि उनकी चुप्पी से दबाव की राजनीति का हिस्सा है, यानी जब उन्हें दबाव बनाना होता है, तो वह चुप्पी साध लेते हैं.
यह भी पढ़ें: ‘आया तो लौट नहीं पाएगा पन्नू’, Maha Kumbh में संतों ने दिया अल्टीमेटम, पुलिस ने संभाला मोर्चा
नीतीश की चुप्पी पर तेजस्वी ने किया बड़ा दावा
इस बात का जिक्र RJD यानी राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी मंगलवार को किया था. उन्होंने कहा था कि बिहार के सचिवालय पर पूरी तरह BJP का नियंत्रण है. तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि बिहार में BJP राज कर रही है. उन्होंने कहा कि CMO यानी मुख्यमंत्री कार्यालय BJP के कंट्रोल में है.
गृहमंत्री अमित शाह बिहार सरकार चला रहे हैं और JDU के चार नेता हैं. दो दिल्ली में और दो पटना में, जो BJP के संपर्क में हैं. नीतीश कुमार की BJP से नाराजगी की खबरों पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. 20 दिसंबर को भी उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार सदन में मौन रहते हैं और इस चुप्पी की वजह भी वही बता सकते हैं.
हालांकि, नीतीश कुमार खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रमों में लगातार कहते आए हैं कि पहले दो बार गलती हो गया था अब इधर-उधर नहीं होंगे और पैर भी छूते हुए नजर आए. वहीं, पार्टी के मंत्री और वरिष्ठ नेता भी दावा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार नाराज नहीं है. इस बीच JDU के ऑफिशियल X हैंडल से दो पोस्ट भी किया. नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ लिखा कि एकजुट NDA एकजुट बिहार, 2025 में फिर से नीतीश कुमार.
यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार BJP की मजबूरी या जरूरत? जानें क्यों गिरिराज सिंह ने मांगा मुख्यमंत्री के लिए भारत रत्न
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram