Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ के दौरान संगम के ऊपर दो हजार से अधिक ड्रोन समुद्र मंथन और अमृत कलश के उद्भव जैसी कहानियों से आसमान को रौशन करेंगे.
Maha Kumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं. इसी बीच श्रद्धालुओं और सैलानियों को विशेष अनुभव देने के लिए राज्य की योगी आदित्यनाथ की सरकार की ओर से कई तरह के पहल किए जा रहे हैं. इसी क्रम में महाकुंभ मेले के दौरान संगम के ऊपर दो हजार से अधिक ड्रोन आसमान को रौशन करेंगे.
दो हजार से अधिक ड्रोन संगम पर दिखाएंगे करतब
राज्य सरकार की ओर शनिवार को जारी एक बयान में इस बात की जानकारी दी गई है. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से होने वाले ड्रोन शो में श्रद्धालु दिव्य दृश्य देखने का आनंद ले सकते हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं और सैलानियों को समुद्र मंथन और अमृत कलश के उद्भव समेत कई आध्यात्मिक महत्व की घटनाओं को ड्रोन शो के जरिए दिखाया जाएगा. जिला पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन और समापन समारोह के दिन ड्रोन शो आयोजित किया जाएगा.
यह ड्रोन शो शाम के समय संगम नोज क्षेत्र के ऊपर आसमान में आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके जरिए दो हजार से अधिक ड्रोन आसमान में ‘प्रयाग महात्म्यम’ और महाकुंभ की पौराणिक कथाओं को जीवंत करेंगे. साथ ही प्रयागराज के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को भी शो के जरिए दिखाया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि यह तीर्थयात्रियों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा.
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13 जनवरी से शुरू होगा आस्था का महाकुंभ मेला
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग महाकुंभ में आने वालों के अनुभव को बढ़ाने के लिए नए-नए कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी कर रहा है. ऐसे में ड्रोन शो के अलावा श्रद्धालुओं और सैलानियों को फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, जल गतिविधियां, हॉट एयर बैलून और लेजर लाइट शो भी देखने को मिलेगा. साथ ही काली घाट पर यमुना नदी पर एक म्यूजिकल फाउंटेन लेजर शो भी प्रयागराज आने वाले पर्यटकों के लिए एक मंत्रमुग्ध करने वाला अनुभव प्रदान करेगा.
बता दें कि 12 साल बाद होने वाला महाकुंभ अगले साल 13 जनवरी से शुरू होगा और 26 फरवरी तक चलेगा. राज्य सरकार के अनुमान के मुताबिक आस्था के महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा संतों और श्रद्धालुओं के पवित्र स्नान करने की उम्मीद है. ऐसे में राज्य की योगी आदित्यनाथ की सरकार के निर्देश पर प्रयागराज में मंदिरों, गंगा घाटों, पार्कों, सड़कों और फ्लाईओवरों पर विकास और सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है.
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