Israel Iran War: अमेरिकी व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने सोमवार को कहा कि ईरान जल्द और बड़ा हमला करेगा.
13 August, 2024
Israel Iran War: ईरान आज इजराइल पर बड़ा हमला कर सकता है. यह हमला कितना बड़ा होगा, कोई नहीं जानता है. इजराइल पर संभावित बड़े हमले को लेकर अमेरिका भी तैयार है. अमेरिका ने उन्नत लड़ाकू विमान F-35 से लैस दुनिया के सबसे बड़े युद्धपोत USS अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (USS Abraham Lincoln-CVN 72) को जल्द से जल्द अरब सागर में पहुंचने का निर्देश दिया है. अरब सागर के सेंट्रल कमांड में युद्धपोत USS थियोडोर रूजवेल्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप भी पहले से ही मौजूद है. वहीं, इजराइली रक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने जनरल स्टाफ फोरम के कमांडरों के साथ बैठक कर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. साथ ही जवाबी कार्यवाई के लिए तैयार रहने को कहा है. बता दें कि 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी में ईरान के दूतावास परिसर पर हवाई हमले के बदले में ईरान ने पूरी रात इजरायल में 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल दागे थे. ऐसे में इस बार भी बड़े हमले की आशंका जताई जा रही है.
‘इजराइल की रक्षा करने के लिए पर्याप्त क्षमता’
अमेरिकी व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने सोमवार को कहा कि ईरान जल्द और बड़ा हमला करेगा. इस हमले में हिजबुल्लाह (Hezbollah), हमास, यमन के हूती विद्रोही (Houthi Rebels) भी ईरान का साथ दे सकते हैं. हम अपने इजराइली और मिडिल-ईस्ट के देशों के कई समकक्षों से लगातार बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अमेरिका समेत कई देश बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में ही मिडिल-ईस्ट क्षेत्र में सैन्य स्थिति और क्षमताओं को बढ़ा दिया है. उन्होंने बताया कि पिछली बार जब अप्रैल में ईरान ने इजराइल पर हमला किया था, तो हमारे कुछ यूरोपीय सहयोगी और साझेदार भी इजराइल की मदद में शामिल थे. हम इस बार भी मदद के लिए तैयार रहेंगे. उन्होंने बताया कि मिडिल-ईस्ट में सेना पूरी तरह से कार्रवाई के लिए तैयार है. हमारे पास इजराइल की रक्षा करने के लिए पर्याप्त क्षमता है. बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने लड़ाकू विमानों F-35 से लैस USS अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (USS Abraham Lincoln-CVN 72) युद्धपोत के अलावा USS जॉर्जिया (SSGN 729) निर्देशित मिसाइल पनडुब्बी को भी अरब सागर के सेंट्रल कमांड क्षेत्र में भेजने का आदेश दिया है.
इजराइल की रक्षा के लिए एकजुट कई देश
उन्होंने बताया कि रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने भी इजराइल की रक्षा और जवाबी कार्यवाई के लिए सैन्य बलों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आज सुबह ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली से भी बात की है. जो बाइडेन की बातचीत के बाद जो बाइडेन (संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति), इमैनुएल मैक्रॉन (फ्रांस के राष्ट्रपति), ओलाफ स्कोल्ज (जर्मनी के चांसलर), जॉर्जिया मेलोनी (इटली की प्रधानमंत्री) और कीर स्टार्मर (ब्रिटेन के प्रधानमंत्री) ने संयुक्त रूप से ईरानी आक्रामकता और ईरान समर्थित आतंकी समूहों के हमलों के खिलाफ इजराइल की रक्षा के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया. ईरान से इजराइल के खिलाफ सैन्य हमले की चल रही धमकियों को खारिज करने का आह्वान किया और इस तरह का हमला होने पर क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर परिणामों पर चर्चा की. इसके साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मिस्र के राष्ट्रपति सिसी और कतर के अमीर तमीम से भी तनाव कम कराने में मदद मांगी. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बर्बाद करने के लिए और समय नहीं है. सभी दलों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.
किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार इजराइल
वहीं, कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने तेल हाशोमर में IDF (Israel Defense Forces) बेस का दौरा किया और बख्तरबंद कोर और लड़ाकू इंजीनियर भर्ती के साथ मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम जीत की ओर आगे बढ़ रहे हैं. मैं जानता हूं कि इजराइल के नागरिक चिंतित हैं. हम रक्षा और जवाबी कार्रवाई के लिए दोनों तरह से तैयार हैं. हम अपने दुश्मनों पर हमला कर रहे हैं और खुद की रक्षा करने के लिए दृढ़ हैं. इजराइल के विदेश मंत्री काट्ज ने भी कहा कि लेबनान, यमन, इराक, सीरिया और गाजा में अराजकता और अस्थिरता सभी एक ही इकाई की ओर ले जाती है वह है ईरानी शासन. गाजा में हमारी सेनाएं ईरान समर्थित हमास को खत्म करने और उसके आतंक के शासन को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. अब समय आ गया है कि दुनिया भर के लोकतंत्र इजराइल के साथ खड़े हों और ईरान और उसके समर्थकों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करें, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए. इजराइली रक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कमांडरों के साथ बड़ी बैठक की. बैठक में उन्होंने सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. साथ ही जवाबी कार्यवाई के लिए तैयार रहने को कहा.
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‘राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए किसी अनुमति की नहीं’
वहीं ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा है कि इस्लामी गणराज्य अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ है. उन्होंने जोर देकर कहा कि देश को अपने मान्यता प्राप्त अधिकारों का उपयोग करने के लिए किसी से अनुमति नहीं मिलती है. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने क्षेत्र के घटनाक्रम पर तीन यूरोपीय देशों फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन की ओर से जारी बयान की आलोचना की है.उन्होंने कहा इजराइल ने सबसे दुष्ट अपराध और अंतरराष्ट्रीय अपराध करने में बेशर्मी को और बढ़ा दिया है. उन्होंने आगे कहा कि इजरायल की ओर से क्रूरतम अपराध करने की धृष्टता बढ़ गई है, क्योंकि उसके अधिकारियों को दंडित नहीं किया गया है. नासिर कनानी ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए दृढ़ था और दृढ़ है. साथ ही क्षेत्र में स्थायी स्थिरता स्थापित करने और क्षेत्र में असुरक्षा और आतंक के वास्तविक मूल और मुख्य स्रोत के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद कर रहा है. कई देशों के संयुक्त बयान पर उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह के असभ्य अनुरोधों में ना तो राजनीतिक तर्क है और ना ही यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों और सिद्धांतों के खिलाफ हैं.
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