Maharashtra Politics : एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच कई दिलों से टकरार को लेकर चल रही खबरों पर बयान सामने आ गया है. इस मामले में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि दोनों के बीच में कोई युद्ध नहीं है.
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीति में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच लगातार टकराk की खबरें सामने आ रही थीं. इसी बीच सीएम फडणवीस का बयान सामने आया है और उन्होंने एकनाथ शिंदे के साथ शीत युद्ध की अटकलों को खारिज कर दिया है. फडणवीस ने शिवेसना (UBT) नेता संजय राउत का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वह (शिंदे-फडणवीस) दिग्गज पटकथा लेखक जोड़ी सलीम-जावेद के साथ तुलना करना चाहते हैं.
हमने सिर्फ कुर्सियां बदली हैं
सोमवार से राज्य विधानमंडल के चार सप्ताह बजट सत्र से पहले कैबिनेट बैठक और पारंपरिक चाय पार्टी के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति के सभी सहयोगी दल (BJP, शिवसेना और NCP) एकजुट होकर काम कर रहे हैं. वहीं, एकनाथ शिंदे ने कहा कि सबकुछ कूल-कूल चल रहा है. उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बजट सत्र पिछले साल राज्य चुनावों में महायुति की जीत के बाद नई सरकार की पहली सदन की कार्यवाही होगी. बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री थे और देवेन्द्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री ने लेकिन चुनाव के बाद सबकुछ बदल गया और इस मामले में शिंदे ने कहा कि बस इतना ही है कि हमने अपनी कुर्सियां बदल ली हैं.
सलीम-जावेद की जोड़ी कोई न है
शिंदे ने कहा कि सिर्फ यहां पर अजित पवार ही अपनी तय कुर्सी पर बैठे हैं. इस पर पलटवार करते हुए पवार ने कहा कि अगर आप अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए तो मैं क्या कर सकता हूं. इसके बाद तीनों मिलकर जोर-जोर से हंसने लगे. इसके अलावा देवेन्द्र फडणवीस ने उन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि शिंदे की तरफ से पूर्व में लिए फैसलों को पलट दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि शिंदे की तरफ से लिए गए किसी भी फैसले पर रोक नहीं लगाई गई है.
साथ ही संजय राउत के उस बयान पर पलटवार किया गया है जिसमें कहा गया था कि शिंदे ने फडणवीस के खिलाफ शिकायत करने के लिए सुबह 4 बजे पुणे में केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इस पर फडणवीस ने कहा कि राउत सलीम खान और जावेद अख्तर की प्रतिष्ठित पटकथा लेखन जोड़ी सलीम-जावेद के साथ प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं, जबकि शिंदे ने दावा किया कि शिवसेना नेता के दिमाग में ‘रासायनिक लोचा)’ है.
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