Ayodhya Ram Mandir First Anniversary: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ भारतीय काल गणना के अनुसार प्रतिष्ठा द्वादशी यानी 11 जनवरी को मनाई जाएगी.
Ayodhya Ram Mandir First Anniversary: उत्तर प्रदेश में अयोध्या के जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ भारतीय काल गणना के अनुसार मनाई जाएगी. यह पौष शुक्ल द्वादशी को मनाई जाएगी, जो 11 जनवरी को है. बता दें कि इसके लिए 11 जनवरी से लेकर 13 जनवरी तक तीन दिवसीय भव्य आयोजन किया जाएगा.
11 जनवरी को प्रतिष्ठा द्वादशी
विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कारसेवक पुरम में इस बात की जानकारी रविवार को दी है. उन्होंने बताया कि भारतीय काल गणना के अनुसार अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी. 11 जनवरी को होने वाले इस आयोजन को ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ नाम दिया गया है.
साथ ही उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय भव्य आयोजन में उन संत-महात्माओं और गृहस्थों को आमंत्रित किया जा रहा है, जिन्हें प्राण प्रतिष्ठा में बुलाया नहीं जा सका था. साथ ही जो मेहमान किसी कारण से प्राण प्रतिष्ठा में नहीं पहुंच सके थे, उन्हें भी बुलाने का काम किया जा रहा है. इसके लिए लिस्ट बनाने का काम भी शुरू हो चुका है. इसकी जिम्मेदारी अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी को सौंपी गई है.
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छह लाख मंत्रों का होगा जाप
70 एकड़ मंदिर परिसर में होने वाले आयोजन को लेकर चंपत राय ने बताया कि पहले यज्ञ मंडप के कार्यक्रम होंगे. इस दौरान शुक्ल यजुर्वेद माध्यान्दिनी शाखा के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रो से अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी, जिसमें 11 वैदिक मंत्रोच्चार किया जाएगा. यह सुबह 8 से 11 बजे तक और दोपहर में 2 से 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा.
साथ ही श्री राम मंत्र का जप यज्ञ भी होगा, जिसमें पुरोहित छह लाख मंत्रों का जाप करेंगे. इन सभी के अलावा राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, आदित्य हृदय स्तोत्र, अथर्वशीर्ष का भी जाप किया जाएगा. साथ ही तीन दिन तक भजन, मानस पाठ और प्रवचन भी सुनाया जाएगा. प्रतिष्ठा द्वादशी यानी 11 जनवरी को सुबह से ही प्रसाद भी बांटा जाएगा.
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70 एकड़ मंदिर परिसर में होने वाले आयोजन
यज्ञ मंडप के कार्यक्रम
•शुक्ल यजुर्वेद माध्यान्दिनी शाखा के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रो से अग्नि देवता को आहुति. 11 वैदिक मन्त्रोच्चार. सुबह 8 से 11 बजे तक और दोपहर 2 से 5 बजे.
• राम मंत्र का जप यज्ञ. छह लाख मंत्र जप.
•राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, आदित्य हृदय स्तोत्र, अथर्वशीर्ष आदि के पारायण.
दक्षिणी प्रार्थना मंडप
•हर रोज दोपहर 3 से 5 बजे तक भगवान को राग सेवा प्रस्तुति.
मंदिर प्रांगण
तीनों दिनों तक शाम में 6 से 9 बजे रात्रि तक रामलला के सामने बधाई गान.
यात्री सुविधा केंद्र
•यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम तल पर 3 दिवसीय संगीतमय मानस पाठ.
अंगद टीला
•दोपहर 2 से 3:30 बजे तक राम कथा और दोपहर 3:30 से 5 बजे तक प्रभु श्रीराम के जीवन पर प्रवचन.
•तीनों दिन शाम में 5:30 से 7:30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम.
•प्रतिष्ठा द्वादशी यानी 11 जनवरी को सुबह से प्रसाद वितरण.
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