ICC World Test Championship : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने के बाद टीम इंडिया भले ही ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 से बाहर हो गई है, लेकिन बीते दो सालों में भारतीय प्लेयर्स ने जमकर रन बनाए हैं.
ICC World Test Championship 2023-25 : ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 का सत्र अब खत्म होने की तरफ से तेजी से बढ़ रहा है. इसके बाद फाइनल मुकाबला जून में खेला जाएगा. साथ ही टेस्ट चैंपियनशिप के तीसरे सत्र में भारतीय टीम का सफर अब खत्म हो चुका है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को 1-3 से गंवाने के बाद भारत टेस्ट चैंपियनशिप से बाहर हो गया था. इसके बाद फाइनल में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया टीम भिड़ेगी. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 5 मैचों की सीरीज का एक मैच ड्रॉ होने के बाद अगर टीम इंडिया 2-2 से बराबरी कर देती तो इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत आसानी से एंट्री कर जाता.
3 खिलाड़ियों का चमका बल्ला
भले ही भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई हो लेकिन इस दौरान टीम इंडिया के तीन खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने रनों का अंबार लगा दिया. इस आर्टिकल में हम उन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन तो नहीं किया लेकिन बीते दो सालों में रनों की छड़ी लगा दी. तीनों खिलाड़ियों में से दो युवा है जिन्होंने कई इनिंग में क्रिकेट जगत में तेजी मुकाम बनाने का काम किया है.
यशस्वी जायसवाल
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल ने जब से टीम इंडिया के साथ खेलना शुरू किया है उसके बाद से ही वह अपनी बल्लेबाजी से दर्शकों के बीच में जगह बनाए हुए हैं. इस प्लेयर का भले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतना बल्ला नहीं बोला जितना उसका ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 तीसरे सत्र में जमकर रन बनाए हैं. यशस्वी 19 मुकाबलों की 36 पारियों में 52.88 की औसत से 1798 रन बनाए.
शुभमन गिल
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कुछ नहीं कर पाए और उनको पूरी सीरीज में संघर्ष होते हुए देखा गया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गिल का भले ही बल्ला न बोला हो लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तीसर संस्करण में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने पूरे संस्करण में 16 मैचों की 29 पारियों में 37.38 फीसदी से 972 रन बनाए.
रोहित शर्मा
कप्तान रोहित शर्मा अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं और उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की सीरीज में लगातार संघर्ष करते हुए देखा गया. बीते कुछ सालों में इस तरह से उनको बल्लेबाजी करते हुए नहीं देखा गया था, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौबत यहां तक आ गई कि सीरीज के अंतिम मुकाबले में रोहित शर्मा मेजबानी तक नहीं कर पाए थे. लेकिन चैंपियनशिप ट्रॉफी की बात करें तो उन्होंने 16 मुकाबलों की 31 पारियों में 28.80 की औसत से 864 रन बनाए.
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