Swimmer Lakshmi Sahni: तैराक लक्ष्मी साहनी ने दोनों पैरों से पूरी तरह दिव्यांग होने के बावजूद तैराकी में अनोखा रिकॉर्ड बनाकर कीर्तिमान रचा है.
07 May, 2024
Swimmer Lakshmi Sahni: सफलता की कहानियां तो आपने कई सुनी होंगी, लेकिन यूपी के बलिया के हालपुर गांव के रहने वाले दिव्यांग तैराक लक्ष्मी साहनी (Disabled Swimmer Lakshmi Sahni) ने असंभव को संभव बना दिया है. सच ही कहते हैं लोग कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.
वाराणसी से बलिया की यात्रा साढ़े 17 घंटे में की पूरी
तैराक लक्ष्मी साहनी ने कहा कि वह पिछले सात सालों से तैराकी प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं, जिसकी वजह से उन्होंने 5 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता है. इसके अलावा, लक्ष्मी को साहसिक तैराकी का बहुत शौक है. उन्होंने बताया कि ईश्वर का एक उपहार है जो मेरी डूबने से रक्षा करते हैं और मैं बिना आराम किए तीन से चार दिनों तक आसानी से तैर सकता हूं. उन्होंने यह भी दावा किया कि वह किसी भी गहरे पानी में तैर सकते हैं. वाराणसी से बलिया तक की यात्रा साढ़े 17 घंटे में पूरी करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है.
दृढ़ संकल्प सपने को हकीकत में बदल सकता है : लक्ष्मी साहनी
लक्ष्मी साहनी की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो खुद को दिव्यांग मानकर घर पर बैठ जाते हैं. लक्ष्मी साहनी का दृढ़ संकल्प हमें यह बताता है कि इच्छाशक्ति के साथ लिया गया फैसला और उसे निभाने का संकल्प हर सपने को हकीकत में बदल सकता है. लक्ष्मी साहनी ने वाराणसी के अस्सी घाट से बलिया तक की दूरी साढ़े 17 घंटे में तैरकर पूरी की है. इतना ही नहीं, एक मिनट में 50 मीटर तैरने का का भी कारनामा कर दिखाया है. उन्होंने गंगा की धाराओं को नेविगेट करते हुए अपना ये कीर्तिमान बनाया है.
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