Introduction
Indian Players Retirement in 2024 : भारत में इस साल विभिन्न खेलों में कई खिलाड़ियों ने संन्यास का एलान किया. इन प्लेयर्स में भारत के जाने-माने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, तीन बार के ओलंपियन पी. आर. श्रीजेश, भारत के सबसे बेहतरीन फुटबॉलरों में से एक सुनील छेत्री, रेसलर विनेश फोगाट, भारतीय महिला हॉकी की दिग्गज रानी रामपाल , भारतीय टेनिस के दिग्गज रोहन बोपन्ना और भारतीय महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर शामिल हैं. यह खिलाड़ी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं इन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में योगदान देकर अपना लोहा मनवाने का काम किया है. इनमें से एक हैं आर अश्विन जिन्होंने कई मौकों पर भारतीय क्रिकेट टीम को अपने दम पर गेंदबाजी और बल्लेबाजी की बदौलत मैच जीताने काम किया है. लेकिन वह सुर्खियों में सबसे ज्यादा तब आए जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में हो रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच संन्यास लेने का एलान कर दिया. इसके अलावा पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनने और कम से कम रजत पदक पक्का करने के बाद भी वो खाली हाथ लौटने पर रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती से रिटायरमेंट का एलान कर दिया था. ऐसे ही कई खिलाड़ियों की दास्तान उनके खेलों से जुड़ी हुई जिन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे लंबा वक्त अपने खेल को दिया और जब अपने पसंदीदा खेल से संन्यास लिया तो आंखें नम हो गईं. इस आर्टिकल में हम उन खिलाड़ियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्होंने साल 2024 में अपनी एक यात्रा तय करने के बाद खेल को अलविदा बोल दिया.
Table Of Content
- ऑफ स्पिनर आर अश्विन
- ओलंपियन पीआर श्रीजेश
- शानदार करियर के बाद सुनील छेत्री का संन्यास
- विनेश फोगाट का गोल्ड चूकना
- रानी रामपाल
- भारतीय टेनिस के दिग्गज रोहन बोपन्ना
ऑफ स्पिनर आर अश्विन
भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने 18 दिसंबर, 2024 को ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बीच में ही अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के तीनों फॉर्मेट से संन्यास का एलना करके अपने फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों को चौंका दिया था. 38 वर्षीय अश्विन ने संन्यास का एलान उस वक्त किया जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 765 विकेट चटका चुके थे. ऑफ स्पिनर टेस्ट क्रिकेट में विकेट चटकाने के मामले में गेंदबाजों की लिस्ट में सातवें स्थान पर आते हैं और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 106 मुकाबलों में 537 विकेट लिए हैं. साथ ही दूसरे भारतीय दूसरे ऐसे स्पिनर बन गए हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं. हालांकि, संन्यास लेने के बाद वह महान स्पिनर अनिल कुंबले के 619 विकेट चटकाने वाले रिकॉर्ड को तोड़ने से 82 विकेट पीछे रह गए. अश्विन ने अपने संन्यास का एलान करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के साथ उनका अंतिम दिन है. वहीं, गाबा टेस्ट पांचवें दिन जब रुका तो सभी भारतीय खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम की तरफ चले गए जहां उन्होंने विराट कोहली को गले लगा लिया था और इस दौरान अश्विन की आंखों से आंसू छलक उठे. इसके बाद अश्विन ब्रेक के बाद हेड कोच गौतम गंभीर से मिले और उसके कुछ देर बाद वह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए आए जहां उन्होंने संन्यास का एलान कर दिया.
ओलंपियन पीआर श्रीजेश
भारतीय ओलंपियन पीआर श्रीजेश ने अपने करियर की शुरुआत साल 2006 में दक्षिण एशियाई खेलों से की थी. उन्हें मैदान पर अपने अच्छे स्वभाव और संयम के लिए जाना जाता है. पीआर श्रीजेश ने 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक और 2015 में FHI हॉकी विश्व लीग में कांस्य पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने रियो 2016 में भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी की और बीते सालों में युवा गोलकीपरों को सलाह देने का काम भी किया. इसके अलावा पेरिस ओलिंपिक में बॉन्ज मेडल को जीतने के बाद हॉकी को अलविदा करने का एलान कर दिया. श्रीजेश के संन्यास के बाद वहां पर मौजूद अन्य खिलाड़ियों ने उन्हें सम्मान के साथ झुककर सलाम किया. वहीं, श्रीजेश बेहतरीन प्रदर्शन गोलकीपिंग की बदौलत टीम इंडिया लगातार दो ओलिंपिक में दो बार ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही. वहीं, इससे पहले श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में जर्मनी को हराकर बॉन्ज मेडल भारत के नाम करने में कामयाब रहा. साल 1972 के बाद ऐसा पहली बार हुआ था जब भारतीय टीम लगातार दो ओलिंपिक में दो बॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब हुई हो. बता दें कि श्रीजेश ने अपने करियर में 300 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और टीम इंडिया के साथ मिलकर 4 ओलंपिक गेम्स लंदन 2012, रियो 2016, टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 खेले जिसमें 2 बार ब्रॉन्ज भारतीय टीम के नाम करने में कामयाब रहे.
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शानदार करियर के बाद सुनील छेत्री का संन्यास
भारत के बेहतरीन फुटबॉलरों में से एक सुनील छेत्री ने 19 साल के अपने करियर के बाद इंटरनेशनल फुटबॉल से 2024 में रिटायरमेंट लेने का एलान कर दिया. 40 साल की उम्र में सुनील ने अपना आखिरी मुकाबला जून में कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप का क्वालीफायर खेला था. सुनील छेत्री के नाम भारत के लिए सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने का भी रिकॉर्ड है. 19 वर्षों के अपने करियर में सुनील छेत्री ने 150 मुकाबले खेलने के साथ 94 गोल किए हैं. साथ ही विश्व स्तर पर छेत्री क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और अली डेई के बाद सबसे ज्यादा गोल करने की लिस्ट में चौथा स्थान पर हैं. संन्यास का एलान करने के बाद सुनील छेत्री ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट में लिखा कि आप लोग जानते हैं कि बीते 19 साल के करियर में मुझे जो याद है उसमें सिर्फ कर्तव्य, दबाव और अपार खुशी का बहुत अच्छा समावेश है. मुझे अभी तक यकीन नहीं रहा कि मैंने टीम इंडिया के लिए 150 मुकाबले खेले हैं.
विनेश फोगाट का गोल्ड चूकना
रेसलर विनेश फोगाट का पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड से चूकना भारतीय खेल के इतिहास में सबसे ज्यादा दिल तोड़ने वाला वक्त था. इसके बाद ही विनेश अंदर ही अंदर टूट गईं और 8 अगस्त, 2024 की सुबह 5 बजकर 17 मिनट पर जब पूरा भारत नींद में था उस वक्त उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर अचानक संन्यास का एलान कर दिया. विनेश ने अपने X हैंडल पर लिखा कि मां कुश्ती जीत गई और मैं हार गई. आप सब मुझे माफ करना आपका सपना और मेरी हिम्मत टूट गई. अब मेरे अंदर इतनी हिम्मत नहीं… अलविदा कुश्ती 2001-2024. यह सारी घटना इसलिए हुई जब वह खिताबी मुकाबले से महज कुछ घंटे पहले 50 किलो फ्रीस्टाइल कुश्ती में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया. इसके बाद विनेश काफी कोशिश करने के बाद भी 100 ग्राम वजन कम नहीं कर पाईं और ओलिंपिक फिनिश खो बैठीं. वहीं, खेल के बाद राजनीति में कदम रखने वाली विनेश ने कांग्रेस के टिकट से जुलाना विधानसभा से पहली बार चुनाव लड़ा और BJP उम्मीदवार योगेश बैरागी को 5761 वोटों से हराकर विधायक बन गईं.
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रानी रामपाल
भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल ने 24 अक्टूबर, 2024 को 30 साल की उम्र में संन्यास का एलान कर दिया. पूर्व कप्तान ने अपने करियर में 254 इंटरनेशनल मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की और इस दौरान उन्होंने 120 गोल किए. उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक 2020 के दौरान टीम इंडिया को चौथे स्थान पर पहुंचाकर अहम भूमिका निभाई थी. रानी ने 14 साल की उम्र में टीम इंडिया में डेब्यू किया और सीनियर लेवल पर खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गईं. साथ ही रानी रामपाल को खेल में योगदान के लिए साल 2020 में मेजर ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और उसी साल उन्हें देश का चौथे नंबर का सर्वोच्च पुरस्कार पद्मक्षी से सम्मानित किया गया. इसके अलावा रानी को उनके शानदार प्रदर्शन की वजह से ‘यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया.
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दिग्गज खिलाड़ी रोहन बोपन्ना
भारतीय टेनिस टीम के शानदार प्लेयर रोहन बोपन्ना ने पेरिस ओलिंपिक 2024 के मेंस डबल्स इवेंट के पहले दौर में बाहर होने के बाद रिटायरमेंट का एलान कर दिया था. रिटायरमेंट के एलान के दौरान उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप में भारत के लिए यह मेरा आखिरी मुकाबला होगा. मुझे अच्छी तरह से पता है कि मैं आज कहां पर खड़ा हूं और मैं जब तक हूं तो टेनिस का आनंद उठाता रहूंगा. बोपन्ना ने पहली बार लंदन ओलंपिक 2012 में डेब्यू किया था और पेरिस में उनकी जिंदगी का तीसरा ओलिंपिक रहा था. इसके अलावा बोपन्ना ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं. बता दें कि नेशनल टीम से अलग होने के बाद बोपन्ना एटीपी सर्किट पर खेलना जारी रखें हैं. इससे पहले वह मैथ्यू एबडेन के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन मेंस डबल्स में ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे ज्यादा उम्र के खिलाड़ी बने थे.
Conclusion
साल 2024 में कई भारतीय खिलाड़ियों ने संन्यास का एलान किया है जिसमें भारत ऑफ स्पिनर आर अश्विन से लेकर दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना शामिल हैं. इसमें कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिनको सम्मान के साथ विदा होने था उन्होंने अचानक संन्यास लेकर सबके चौंका दिया. इसमें आर अश्विन और विनेश फोगाट शामिल है. कई खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने एक लंबे करियर के बाद संन्यास का एलान किया और कहा कि मैंने अपने जीवन में इस खेल का बहुत आनंद लिया. इन खिलाड़ियों में से सबसे ज्यादा हैरान किसी के संन्यास से था तो वह विनेश फोगाट का रहा. उन्होंने खुद बड़ा भावुक पोस्ट कर रिटायरमेंट का एलान किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि मां मैं कुश्ती जीत गई और मैं हार गई. आप सब मुझे माफ करना आपका सपना और मेरी हिम्मत दोनों टूट गई.
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