Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ के पवित्र स्नान के लिए जानी मानी आध्यात्मिक कथावाचक जया किशोरी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंची हैं. इस दौरान उन्होंने लोगों से कुंभ में आने का आग्रह किया है.
Maha Kumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागारज में चल पहे महाकुंभ को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है. इस बीच आध्यात्मिक कथावाचक जया किशोरी ‘मकर संक्रांति’ के अवसर पर महाकुंभ के पहले ‘अमृत स्नान’ में डुबकी लगाने पहुंची हैं. इस बीच उन्होंने लोगों कसे यहां आने का आग्रह किया.
क्या बोली जया किशोरी?
महाकुंभ में स्नान करते वक्त जया किशोरी ने कहा कि ऐसा लगता है कि हम सबसे भाग्यशाली पीढ़ियों में से एक हैं, जिन्होंने राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह और अब इस महाकुंभ को देखा है. उम्मीद है कि मैं मथुरा और काशी भी देखूंगी. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इसमें भाग लेने का मौका मिला. महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने का यह मेरा पहला मौका है, इसलिए मैं घबराई हुई थी लेकिन उत्साहित भी थी, लेकिन जब संत एकत्र होते हैं, तो सभी अच्छी चीजें होती हैं.
मकर संक्रांति की दी बधाई
जया किशोरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि आप सभी को मकर संक्रांति और महाकुंभ की शुभकामनाएं. मैं साध्वी जी का आभार जताती हूं जिनकी वजह से मैं महाकुंभ में हूं और हम स्नान के लिए हम अग्रसर हो रहे हैं. आप भी आइए. ये मौका बार-बार नहीं मिलता है. यह मौका तो 144 साल बाद मिलेगा. तब तो कौन कहां रहेगा किस रूप में रहेगा किसी को नहीं पता. जया किशोरी के साथ चिदानंद सरस्वती, साध्वी सरस्वती भगवती भी पवित्र स्नान में शामिल हुई.
साध्वी सरस्वती ने भी दिया बयान
साध्वी सरस्वती भगवती ने कहा कि आज का दिन मेरे पूरे जीवन का चरम बिंदु था. संगम में ‘स्नान’ करने के बाद मैं शुद्ध महसूस करती हूं. ‘स्नान’ के बाद मेरे कपड़े सूख जाएंगे लेकिन मेरी आत्मा समृद्ध रहेगी. वहीं, चिदानंद सरस्वती ने कहा कि मुझे लगता है कि महाकुंभ सनातन का अस्तित्व है, हमारा अस्तित्व है और हमारी संस्कृति का अस्तित्व है, कुंभ का अस्तित्व है. सनातन की वजह से ही सब कुछ बिना किसी भगदड़ के सुचारू रूप से हो रहा है.
1.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु ने लगाई डुबकी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि महाकुंभ 2025 में 1.5 करोड़ से अधिक लोगों ने पवित्र स्नान में भाग लिया है. उन्होंने कहा कि मानवता के मंगलपर्व ‘महाकुंभ 2025’ में ‘पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन है. उन्होंने कहा कि प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया.
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