192
6 March 2024
हिंदू धर्म में एकादशी को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। एकादशी का दिन श्रीहरि विष्णु को समर्पित होता है इसलिए इस दिन भगवान विष्णु के पूजन और उपवास का विधान है। हर महीने में 2 एकादशी पड़ती हैं एक शुक्ल पक्ष और दूसरी कृष्ण पक्ष में। आज यानी 6 मार्च 2024 को कृष्ण पक्ष की विजया एकादशी मनाई जा रही है। जानते हैं विजया एकादशी के पूजा नियम…
ऐसे धारण करें व्रत
- सबसे पहले सुबह उठकर स्नानादि करके पीले वस्त्र धारण करें।
- मंदिर की सफाई करके चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं।
- अब श्रीहरि विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।
- फिर हल्दी और गोपी चंदन का तिलक लगाएं।
- अब देसी घी का दीपक जलाएं और पीले फूल की माला चढ़ाएं।
- पूजा के दौरान 108 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
- फिर आप आरती का पाठ करके आखिर में शंखनाद करें।
- आखिर में घर पर बनी मिठाइयों से भगवान को भोग लगाएं।
- सात्विक खाने से व्रत का पारण करें।
- द्वादशी तिथि के दिन भोर में एकादशी का व्रत खोलें।
पारण समय
6 मार्च 2024, एकादशी तिथि की शुरुआत- सुबह 06:30 बजे से
7 मार्च 2024, एकादशी तिथि का समापन- सुबह 04:13 बजे तक
7 मार्च 2024, पारण का समय- दोपहर 01:09 बजे से 03:31 बजे तक