Varanasi Durga Bari Temple: वाराणसी में मौजूद दुर्गा बाड़ी मंदिर में स्थापित माता दुर्गा की मूर्ति का इतिहास बहुत दिलचस्प है. आइए जानते हैं क्या खास है इस मूर्ति में.
08 October, 2024
Varanasi Durga Bari Temple: वाराणसी के दुर्गा बाड़ी मंदिर का क दिलचस्प इतिहास है. दरअसल, इस मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की मूर्ति तकरीबन 250 साल पहले स्थापित की गई थी. मान्यताओं के अनुसार, मंदिर की मूर्ति को एक मुखर्जी परिवार द्वारा स्थापित किया गया था. बता दें कि दुर्गा बाड़ी मंदिर में भक्तों की गहरी आस्था है.
कब स्थापित की गई थी मूर्ति?
केयरटेकर रीना का कहना है कि ‘मां की यह मूर्ति 1767 में स्थापित की गई थी. जब मां की स्थापना की गई थी तो उस दौरान दुर्गा पूजा चल रही थी. फिर जब दशहरे के दिन मां को विसर्जन के लिए उठाया जाने लगा तो मां उठी नहीं, दो दिन तक प्रयास किया गया, लेकिन मां नहीं उठीं. तब मां ने घर के मुखिया को सपना दिखाया और कहा, मुझे यहां से उठाने का प्रयास न करो, मैं काशी में वास करना चाहती हूं. मैं गुड़ और चना के भोग से संतुष्ट हो जाऊंगी, इसी से आप मेरी सेवा करो.’
मूर्ति में ऐसा क्या है खास?
श्रद्धालु कुमकुम अरोड़ा ने बताया कि कई सालों से सुनते आ रहे हैं कि यहां मां की मूर्ति कहीं से लाकर स्थापित की गई थी. लेकिन जब मूर्ति को विसर्जन के लिए उठाया जाने लगा तो वो हिली ही नहीं. इसकी यहां बहुत मान्यता है. हम लोग यहां साल दो साल में आ जाते हैं दर्शन करने के लिए. श्रद्धालु हर्षिता शर्मा का कहना है कि यह एक बहुत पुराना मंदिर है. हम यहां दर्शन करने के लिए हमेशा आते रहते हैं. यह एक ऐतिहासिक मूर्ति है जिसको पुआल, मिट्टी और अन्य प्राकृतिक चीजों से तैयार किया गया था. इस मूर्ति की खास बात यह है कि इसका रंग आज भी वैसे का वैसा है जैसा 250 साल पहले था.
यह भी पढ़ें: Durga Puja 2024: कोलकाता में बनाया गया दुर्गा पूजा का अनोखा पंडाल, मां की मूर्ति को तेजपत्ता और इलायची से सजाया