Home Latest स्टीव जॉब्स की पत्नी को MahaKumbh में मिला नया नाम, समझेंगी तप और सनातन का महत्व

स्टीव जॉब्स की पत्नी को MahaKumbh में मिला नया नाम, समझेंगी तप और सनातन का महत्व

by Live Times
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Maha Kumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महापर्व महाकुंभ को शुरू होने में सिर्फ एक दिन का समय बचा है. ऐसे में देश-विदेश से श्रद्धालु आने वाले हैं.

Maha Kumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महापर्व महाकुंभ को शुरू होने में सिर्फ एक दिन का समय बचा है. ऐसे में देश-विदेश से श्रद्धालु आने वाले हैं.

Maha Kumbh 2025 : सनातन धर्म में आस्था रखने वाले श्रद्धालु दुनिया भर से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में हिस्सा लेंगे. इस बीच महाकुंभ में तप करने Apple के मालिक स्टीव जॉब्स की पत्नी और दुनिया की सबसे धनी महिलाओं में शुमार लॉरेंस जॉब्स भी पहुचेंगी. इसकी जानकारी आध्यात्मिक गुरु स्वामी कैलाशनंद जी महाराज ने दी है. इस बीच उन्हें नया नाम भी दिया गया है. लॉरेंस कमला बनकर सनातन धर्म को समझेंगी.

वाराणसी में हैं लॉरेंस जॉब्स

यहां बता दें कि फिलहाल इस समय लॉरेंस जॉब्स वाराणसी में अपने 60 सदस्यीय दल के साथ रुकी हुई हैं. आज यानी रविवार को लॉरेंस प्रयागराज जाएंगी. प्रयागराज महाकुंभ में रहकर कमला बनीं लॉरेंस जॉब्स एक सप्ताह तक तप करेंगी और सनातन धर्म की महानता को करीब से समझने की कोशिशें करेंगी. इस दौरान वो एक प्रमुख शाही स्नानों मकर सक्रांति और मौनी अमावस्या में गंगा स्नान भी करेंगी. इसके बाद ही वो यहां से रवाना होंगी.

गंगा आरती में हुई थी शामिल

इसके पहले लॉरेंस जॉब्स ने वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती में हिस्सा लिया और बाबा काशी विश्वनाथ के भी दर्शन किए. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए लॉरेंस जॉब्स ने कहा कि वे यहां पर कल्पवास करने के लिए आईं हैं. इस दौरान वे संतों के बीच रहकह भारत के आध्यात्मिक दर्शन को करीब से समझेंगी.

स्टीव जॉब्स को भी है सनातन से लगाव

स्टीव जॉब्स और उनके परिवार का सनातन धर्म से काफी पुराना लगाव है. लॉरेन से पहले, स्टीव भी साल 1970 में भारत में आए थे. उन्होंने नैनीताल स्थित नीब करौली धाम के दर्शन किए थे और एक हफ्ते तक एकांत वास में भी रहे थे. स्टीव नीम करौली बाबा को अपना गुरु मानते हैं. अब उनकी पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स उर्फ कमला भी सनातन धर्म में ही आस्था रखती हैं और वो कैलाशानंदर गिरि को अपना गुरु मानती हैं.

दुनिया भर से आ रहे हैं श्रद्धालु

हिंदू धर्म का सबसे बढ़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ में देश के कोने कोने से लोग संगम नगरी प्रयागराज पहुंच रहे हैं. अब की बार महाकुंभ की चमक देखने विदेश से भी लोग आ रहे है . अलग-अलग देशों से भी लोग प्रयागराज पहुंच रहे है . ऐसे में स्पेन से भी कुछ लोग दुनिया के सबसे बढ़े मेले की दिव्यता और भव्यता देखने पहुंचे हैं. वहीं, भारतीय संस्कृति और परंपरा से प्रभावित इटली के 3 दोस्त महाकुंभ का मेला देखने पहुंचे हैं और यहां मेला परिसर में शिविर में ठहरे हैं. संन्यासी वस्त्र धारण कर घूम रहे युवकों में से एक ने कहा कि उसे ऐसा अहसास होता है कि वह पिछले जन्म में भारतीय था.

श्रद्धालुओं ने दिया बयान

मीडिया से बात करते हुए श्रद्धालु ने कहा कि मैं योगा का प्रैक्टिशनर हूं. मुझे भारतीय संस्कृति के बारे में कुछ-कुछ जानकारी है. महाकुंभ मेला सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन है. यह पहला अवसर है जब मैं कुंभ मेला घूमने आया हूं. मेरे दोस्त यहां आने की योजना बना रहे थे तो मैं भी शामिल हो गया. वहीं, दूसरे श्रद्धालु स्टीफेनो ने कहा कि मैं पहली बार कुंभ आया हूं. रूस के रहने वाले मेरे कुछ साधु मित्रों ने मुझे कुंभ के बारे में बताया. वे भारत में आकर नागा साधु बन चुके हैं.

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