Vaishno Devi: जम्मू-कश्मीर के कटरा शहर में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड त्रिकुटा पहाड़ी पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाने की योजना बना रहा है. अभियान के तहत श्राइन बोर्ड पौधों के रखरखाव के लिए नवीनतम तकनीक से सुसज्जित विशेष रूप से डिजाइन की गई नर्सरी में करीब 4 लाख पौधे उगा रहा है.
19 May, 2024
Vaishno devi shrine board: जम्मू कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी (Vaishno Devi Temple) के दर्शन करने के लिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड देवी मां के भक्तों के लिए एक अनोखे काम की पहल करने जा रहा है. यहां आए श्रद्धालुओं को मां के दर्शन करने के बाद एक पौधा दिया जाएगा. इन पौधों को श्रृद्धालुजन निहारिका भवन से ले सकेंगे. अगले महीने से भक्तों को प्रसाद में पौधे बांटे जाएंगे. वैष्णो देवी मंदिर जम्मू-कश्मीर के कटरा शहर में मौजूद है जो त्रिकुटा पहाड़ियों के बीच स्थित है. त्रिकुटा पहाड़ियों पर श्राइन बोर्ड ने 2 से ढाई लाख पेड़ लगाने की योजना बनाई है. इससे मंदिर चारों ओर से हरे-भरे पेड़-पौधों से भरा दिखे. इस कदम को उठाने का मकसद पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ावा देना है.
वृक्षारोपण अभियान चलाने की योजना
जम्मू-कश्मीर के कटरा शहर में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड त्रिकुटा पहाड़ी पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाने की योजना बना रहा है. अभियान के तहत श्राइन बोर्ड पौधों के रखरखाव के लिए नवीनतम तकनीक से सुसज्जित विशेष रूप से डिजाइन की गई नर्सरी में करीब 4 लाख पौधे उगा रहा है. नर्सरी में पूरे साल पौधे उगाए जाते हैं. इनमें औषधीय गुण वाले और पहाड़ी क्षेत्रों में जीवित रहने वाले पौधों पर खास जोर दिया जाता है. पौधों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था भी की गई है. श्राइन बोर्ड माता वैष्णो देवी मंदिर के आसपास पौधे लगाने के अलावा भक्तों को उचित मूल्य पर पौधे बेचकर नर्सरी का व्यवसायीकरण की योजना भी बना रहा है.
पौधे भूस्खलन को रोकने में भी उपयोगी
इन पौधों को उगाने के लिए वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा एक हाईटेक नर्सरी बनवाई गई है , जहां पर श्रृद्धालुओं को दिए जाने वाले सभी पौधों को त्रिकुटा पर्वत की जलवायु के हिसाब से तैयार किया जाएगा. इन पौधों को लगाने से त्रिकुटा पर्वत की खूबसूरती बढ़ने के साथ-साथ भूस्खलन को रोकने में भी मदद मिलेगी. वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सहायक वन संरक्षक विनय खजूरिया का इस बारे में कहना है कि निहारिका भवन में एक कियोस्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, जो भक्तों को प्रसाद के रूप में पौधे प्रदान करेगा, जिससे वे मां के दर्शन करने के बाद इन पौधों को मां के आशीर्वाद के रूप में अपने मूल स्थानों पर लगा सकें.
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