12 March, 2024
Ramadan 2024: देशभर में मंगलवार (12 मार्च) से रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है. दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अधिकतर हिस्सों में सोमवार शाम को ही रमजान के चांद का दीदार हो गया। इस लिहाज से पहला रोज़ा मंगलवार को है। वहीं, चांद का दीदार होने के साथ ही देश की अलग-अलग मस्जिदों में रमजान के महीने की विशेष नमाज़ ‘तारावाही’ की भी शुरुआत हो गई है। दरअसल, रमजान के दौरान नमाज को तारावाही कहा जाता है. रमजान को रहमतों का पर्व भी माना जाता है।
भारत के साथ पाक और बांग्लादेश में भी रोजा शुरू
सऊदी अरब में 10 मार्च को चांद देखा जा चुका है. ऐसे में वहां सोमवार (11 मार्च) को ही पहला रोजा रखा, जबकि भारत समेत पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी मंगलवार से लोगों रोजा रखना शुरू कर दिया है। नियमानुसार, रमज़ान का चांद दिखने के बाद अगले दिन से पवित्र महीने की शुरुआत हो जाती है और अगले 30 दिन तक मुस्लिम समुदाय के सदस्य सूर्य निकलने और सूर्य अस्त होने के बीच कुछ भी खाते और पीते नहीं हैं। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग अधिकतर समय खुदा की इबादत में लगाते हैं।
पीएम मोदी ने दी रमजान की बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रमजान की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर एक पोस्ट में लिखा है- रमजान की सभी को शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि रमजान का यह पवित्र महीना सभी के जीवन में खुशियां, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाए।’
रमजान के दौरान दान करने का है चलन
ऐसी मान्यता है कि इस दिन अच्छे काम का प्रतिदान 70 गुना अधिक मिलता है। यही वजह है कि पूरे महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग खूब प्राथनाएं करते हैं और दान देते हैं। इस दौरान किए गए दान को ‘जकात’ भी कहा जाता है। रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग रोजाना सुबह से सूर्यास्त तक एक महीने का रोजा रखते हैं। यह एक तरह का उपवास होता है, लेकिन इसमें खाने का समय निर्धारित होता है।इसके अलावा रोजेदार कुछ भी खाने-पीने से परहेज करते हैं। रमजान के दौरान पांचों वक्त की नमाज पढ़ते हैं और कुरान का पाठ करते हैं।
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