Ganesh Mahotsav 2024: गणपति बप्पा को ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य के देवता माना जाता है. ऐसे में इस शुभ अवसर पर आज हम आपको बप्पा के प्रत्येक अंग का धार्मिक महत्व बताएंगे.
08 September, 2024
Ganesh Mahotsav 2024: हिंदू धर्म में गणेश महोत्सव प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस पर्व की शुरुआत 07 सितंबर से हो चुकी है. 10 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व का आज दूसरा दिन है, जिसे विनायक चतुर्थी नाम से भी जाना जाता है. गणपति बप्पा को ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य के देवता माना जाता है. ऐसे में इस शुभ अवसर पर आज हम आपको बप्पा के प्रत्येक अंग का धार्मिक महत्व बताएंगे. चलिए जानते हैं भगवान गणेश के प्रत्येक अंग का महत्व.
बप्पा के प्रत्येक अंग से मिलती है ये सीख
सिर – गणपति बप्पा का सिर ज्ञान, बुद्धि, समझ और विवेक का प्रतीक माना जाता है, जो व्यक्ति के जीवन को पूर्णता प्रदान करता है.
मुख – बप्पा का मुख व्यक्ति के जीवन में आनंद लेने की प्राकृतिक इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है.
बड़े कान – भगवान गणेश के बड़े कान एक आदर्श व्यक्ति को दर्शाते हैं, जो दूसरे की बात सुनने और उनके विचारों को समझने और अपनाने की क्षमता रखते हैं.
टूटा हुआ दांत – बप्पा का टूटा हुआ दांत व्यक्ति की अपूर्णता को स्वीकारता है. इसके साथ ही ये पूर्णता प्राप्त करने के लिए ज्ञान के साथ फिलिंग्स पर जीत हासिल करना है.
छोटी आंखें – गणपति की आंखें हर चीज की वास्तविकता को देखने और समझने की शक्ति रखती हैं, जिनसे वो अपने भक्तों की छोटी-छोटी समस्याएं भी देख लेती हैं.
सूंड – भगवान गणेश की सूंड अपने आस-पास की हर एक चीज को महसूस करने की क्षमता को दर्शाती है.
फरसा – गणपति बप्पा का फरसा भगवान शिव के त्रिशूल के समान ही अतीत, वर्तमान और भविष्य को दर्शाता है.
चार भुजाएं – बप्पा की 4 भुजाएं व्यक्ति के मन, बुद्धि, विवेक और अहंकार का प्रतिनिधित्व करती हैं.
गणेश जी का मंत्र
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥
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