20 January 2024
अयोध्या नगरी पूरी तरह से राम उत्साह में डूब गई है, हर तरफ ‘सीता राम’ और ‘जय हनुमान’ के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। हर कोई ‘जय श्री राम’ लिखे वस्त्र पहने नजर आ रहा है। अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने की मांग को लेकर पिछले 31 सालों से साइकिल पर नंगे पैर भ्रमण करने वाले 63 साल के नेमाराम प्रजापति अब साइकिल से अयोध्या पहुंचे। जहां उन्होंने कहा, मैंने 1992 से जूते नहीं पहने। मेरा संकल्प था, कि मैं जूते तभी पहनूंगा, जब अयोध्या में राम मंदिर बनेगा। मैं प्रभु राम के दर्शन के लिए अहमदाबाद से नंगे पैर साइकिल चलाकर अयोध्या पहुंचा हूं।
नेमाराम प्रजापति की साइकिल के सामने रखे बोर्ड पर लिखा गया है, कि उनकी अहमदाबाद-अयोध्या यात्रा पिछले साल 2 दिसंबर को शुरू हुई थी, इस बीच वो राजस्थान के कई पवित्र स्थलों पर भी गए।
अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पोस्टर लगाए गए हैं जिनपर ‘शुभ घड़ी आई’, ‘तैयार है अयोध्या धाम, विराजेंगे श्री राम’ और ‘राम फिर लौटेंगे’ जैसे जयकारे लिखे गए हैं। साथ ही सरयू नदी तट और लता मंगेशकर चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर रामायण के कई श्लोक लिखे गए है।
वहीं 47 साल के ओम भगत जो अब खुद को ‘बुद्ध अंकल’ कहते हैं, अखिल भारतीय साइकिल यात्रा के जरिए गुरुवार को अयोध्या पहुंचे। भगत ने कहा, मैंने 20,000 किलो-मीटर की दूरी तय की है, जिसमें यूपी भी शामिल है। मुझे सभी 4,000 शहरों और 741 जिलों की यात्रा करनी है। मैं 22 जनवरी को अयोध्या में रहना चाहता था, इसी हिसाब से मैंने अपना रुट तय किया है।