Devotees Took Holy Dip: मकर संक्रांति के अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए मंगलवार सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने वाराणसी समेत कई जगहों पर पवित्र गंगा में स्नान किया.
Devotees Took Holy Dip: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति त्योहार का बेहद महत्व होता है. मकर संक्रांति का पर्व सूर्य देव से जुड़ा हुआ होता है. दरअसल, साल के 12 महीने सूर्यदेव 12 राशियों में गोचर करते हैं. मकर संक्रांति वाले दिन सूर्य देव मकर राशि में गोचर करते हैं इसलिए इस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने का बेहद महत्व है. यही कारण है कि ठंड पर आस्था भारी पड़ गई है.
वाराणसी के घाटों पर दिखा श्रद्धालुओं का जमावड़ा
यह आमतौर पर प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को पड़ता है. यह त्योहार सर्दियों के अंत और फसल के मौसम की शुरुआत का जश्न मनाता है, जो गर्मी, रोशनी और सकारात्मकता लाता है. इस बीच पवित्र नदी में डुबकी लगाने के लिए मंगलवार सुबह हजारों श्रद्धालु वाराणसी के गंगा घाटों पर एकत्रित हुए.
पश्चिम बंगाल में भी दिखा उत्साह
मकर संक्रांति के इस पवित्र मौके पर गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर पवित्र स्नान करने के लिए लाखों तीर्थयात्री पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के गंगासागर घाट पर पहुंचे. इस दौरान लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई और पूजा-पाठ की. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंगासागर मेले को कुंभ मेले के समान राष्ट्रीय दर्जा देने की मांग की है.
उज्जैन और अयोध्या भी है शामिल
मकर संक्रांति मनाने के लिए मंगलवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में भक्तों ने शिप्रा नदी में पवित्र डुबकी लगाई. मकर संक्रांति त्योहार सूर्य के मकर या मकर राशि में संक्रमण का प्रतीक है. यह आमतौर पर प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को पड़ता है. वहीं, अयोध्या में भी सरयू घाट पर हजारों भक्तों ने स्नान किया.
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