UP Politics: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए एक बार फिर से जताने की कोशिश की है कि संगठन से सरकार बनती है.
01 August, 2024
UP Politics: उत्तर प्रदेश में छिड़ा सियासी घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) का संगठन वाला बयान प्रदेश की सियासत में भूचाल ला रहा है. गुरुवार को एक बार फिर से केशव प्रसाद मौर्य ने संगठन को सरकार से बड़ा बता दिया. लखनऊ स्थित विधान परिषद पहुंचे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बात करते हुए संगठन को बड़ा बताया. साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी पलटवार किया. केशव प्रसाद मौर्य ने SP सांसद अखिलेश यादव को दिल्ली वाला बता दिया.
अखिलेश यादव अब दिल्ली वाले- केपी मौर्य
लखनऊ स्थित विधान परिषद पहुंचे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए एक बार फिर से जताने की कोशिश की है कि संगठन से सरकार बनती है, सत्ता से संगठन नहीं बनता. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा ही है और संगठन से ही सरकार बनती है. इन सब विषयों को लेकर पार्टी फोरम पर भी बातचीत होती है. वहीं दूसरी ओर लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी सांसद अनुराग ठाकुर के जाति वाले बयान पर अखिलेश यादव के भड़कने पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संसद में बैठे लोग इन बातों का जवाब देंगे. साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव को दिल्ली वाला बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बहुत अच्छे से काम हो रहा है. अखिलेश यादव अब दिल्ली वाले हैं. वह अब दिल्ली की चिंता करें. बता दें इससे पहले भी दो बार वह खुले मंच से BJP आलाकमान के सामने संगठन को पार्टी और सरकार से बड़ा चुके हैं.
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अपनी ताकत का अहसास करा रहे हैं डिप्टी सीएम
बता दें कि, साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य BJP के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. बतौर BJP प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का कार्यकाल एक साल 145 दिनों का था. वह 8 अप्रैल 2016 से लेकर 31 अगस्त 2017 तक यूपी BJP के प्रदेश अध्यक्ष रहे. इस दौरान उत्तर प्रदेश में BJP ने दमदार प्रदर्शन किया. उनके नेतृत्व में BJP के साथ NDA ने 403 सीटों में से 324 सीटों पर सबसे बड़ी जीत दर्ज की. इनमें से BJP को अकेले दम पर 311 विधानसभा सीटों पर जीत मिली. वहीं SP-कांग्रेस वाले गठबंधन को महज 54 सीटों पर ही जीत मिल पाई. दूसरी ओर सिर्फ BSP को 19 सीटों पर ही जीत मिल पाई. 6 सीटें अन्य के खाते में गई. ऐसे में कहीं न कहीं केशव प्रसाद मौर्य BJP आलाकमान को अपनी ताकत का अहसास करा रहे हैं. यही कारण है कि वह लगातार कह रहे हैं कि संगठन, सरकार और पार्टी से बड़ा होता है. चुनाव संगठन लड़ता है, सरकार नहीं.
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