Home Latest UP: वाराणसी में भीड़ नियंत्रण को आगे आया जापान, 10 कंपनियां करेंगी रिसर्च, पैदल वालों के लिए बनेगी सुगम व्यवस्था

UP: वाराणसी में भीड़ नियंत्रण को आगे आया जापान, 10 कंपनियां करेंगी रिसर्च, पैदल वालों के लिए बनेगी सुगम व्यवस्था

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
VARANASI

उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जापान की संस्था आगे आई है. भीड़ की वजह से वाहनों के साथ-साथ पैदल चलने वाले लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

VARANASI: उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जापान की संस्था आगे आई है. भीड़ की वजह से वाहनों के साथ-साथ पैदल चलने वाले लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. काशी में रोजाना दो से ढाई लाख पर्यटक व श्रद्धालु आते हैं. त्योहारों पर तो इनकी संख्या करीब सात लाख तक पहुंच जाती है. जिससे पूरे शहर में भीड़ की वजह से पूरी यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है. वाराणसी एशिया का इकलौता शहर होगा, जहां भीड़ प्रबंधन पर काम होगा.

वाराणसी एशिया का इकलौता शहर, जहां पर्यटकों का सबसे ज्यादा दबाव

टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन की ओर से दुनिया के तीन शहरों को चुना गया है. भीड़ नियंत्रण और पैदल चलने वालों के लिए सुगम व्यवस्था बनाने के लिए दुनिया के तीन शहरों को चुना गया है. जिसमें वाराणसी एशिया का इकलौता शहर है, जहां भीड़ प्रबंधन पर काम होगा. टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन की ओर से विश्व स्तर पर ऐसे तीन शहरों को चुना गया है, जहां पर्यटकों का दबाव सबसे ज्यादा रहता है. इनमें वाराणसी के अलावा इटली का वेनिस और अमेरिका का डेट्रॉयट शहर है.

मालूम हो कि काशी गलियों का शहर है. इस लिहाज से भी यहां भीड़ होने पर सारी व्यवस्थाएं चरमरा जाती हैं. इसे देखते हुए ही यहां भीड़ प्रबंधन पर काम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की 10 कंपनियों का चयन किया गया है. ये कंपनियां यहां रिसर्च कर भीड़ और पैदल चलने वालों के लिए सुगम व्यवस्था बनाएंगी. इस पर संस्थान तीन मिलियन डॉलर खर्च करेगी.

गलियों के शहर वाराणसी में रोजाना आने वाले लाखों श्रद्धालुओं व पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों, बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यागंजनों की सुविधा के लिए यह भीड़ प्रबंधन तकनीक काफी उपयोगी सिद्ध होगा. इस संबंध में मेयर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि काशी में पैदल यातायात प्रबंधन एक चुनौतीपूर्ण कार्य है. ऐसे में भीड़ प्रबंधन की दिशा में होने जा रहे काम के सकारात्मक परिणाम होंगे और देश के अन्य शहरों के लिए भी नजीर बनेगा.

इन अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का हुआ चयन

सिटीडेटा इंक, फैक्टल एनालीटिक्स लिमिटेड, ग्रेमैटिक्स, आर्केडिश, इंटपिक्सेल लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रमेय कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, स्मार्टविज लिमिटेड, स्टीवर डेविस एंड ग्लीव लिमिटेड. द अर्वनाइजर और टियामी नेटवक्र्स.

ये भी पढ़ेंः योगी सरकार के आठ साल बेमिसालः बीमारू प्रदेश से उभर कर स्वस्थ और उत्तम प्रदेश बना उत्तर प्रदेश

You may also like

Leave a Comment

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00