Dalit Child Beaten: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से आश्चर्यजनक मामला सामने आया है. यहां दलित बच्चों का पानी पीना उनके लिए आफत बन गया .
Dalit Child Beaten: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के कुरावली विकासखंड क्षेत्र के गांव में स्थित सरकारी स्कूल से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. शिक्षा के मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों में शिक्षक छुआछूत, जाति और ऊंच-नीच की मानसिकता बनाकर पढ़ाई करा रहे हैं. गांव से ऐसा मामला निकलकर सामने आया जहां पर स्कूल की शिक्षिका ने दलित बच्चों की इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि उन्होंने पानी पीने के लिए स्कूल में रखा जग उठा लिया था. दलित समाज के लोगों ने ऐसी मानसिकता वाले शिक्षिका के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है.
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला कुरावली थाना क्षेत्र में स्थित सरकारी कंपोजिट विद्यालय से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. जहां पर टीचर अनीता गुप्ता ने शिक्षा को जाति के आधार पर बांट दिया है. जाति अगर ऊंची तो स्वभाव और पढ़ाई अच्छी मिलेगी और अगर जाति छोटी है, तो हो सकता है कि पढ़ाई के साथ-साथ उन बच्चों की ताबड़तोड़ पिटाई भी हो जाए. ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला गांव में दलित समाज के बच्चों को लेकर देखने को मिला. स्कूल के बच्चों ने बताया कि उनकी शिक्षका अनीता देवी गुप्ता ने दलित छात्रों को डंडों से जमकर पीटा.
बाबा साहब के नाम से आती है घृणा
मासूम बच्चों की मां ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल टीचर कहती है कि उन्हें बाबा साहब और जाटवों से घृणा है. माता-पिता ने ये भी बताया कि टीचर ने जाटव समाज के सभी बच्चों के साथ मारपीट की. लगभग 8 बच्चों को केवल छुआछूत की वजह से मारा गया है.
अभिभावक ने की शिकायत
एक छात्र के पिता अमर सिंह जाटव ने आरोप लगाते हुए बताया कि हमारे बच्चे रीछपुरा प्राइमरी पाठशाला में पढ़ने के लिए जाते हैं. स्कूल की शिक्षिका हमारे बच्चों को कई बार मार चुकी है. उन्होंने हमारे बच्चों को बहुत ही मारा है. उन्होंने बच्चों को इतना मारा है कि बच्चे चल फिर भी नहीं पा रहे हैं. वह कहती है कि स्कूल में जो बाबा साहब की मूर्ति लगी है वह उससे घृणा करती है. फिलहाल गांव वालों ने अपने बच्चों के साथ इकट्ठा होकर अधिकारियों से शिक्षका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
अधिकारी ने दी जानकारी
मामले को लेकर शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. आपके ओर से ही इस मामले की जानकारी मिली है. अगर ऐसा है तो मैं इसकी जांच करूंगी. अगर उन्होंने ऐसा किया है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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