15 January 2024
दिल्ली एमसीडी का आज विशेष सत्र को बुलाया गया। इस सत्र में कईं मुद्दो पर चर्चा होनी थी। जिसमें स्थायी समिति की शक्तियों के मुद्दे समेत एमसीडी की फैसला लेने वाली सर्वोच्च संस्था, पर निर्णय लिया जाना था, लेकिन सदन की बैठक जैसे ही शुरू हुई। विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया। ओबेरॉय के सदन में कदम रखते ही विपक्ष ने नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होनें ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ और ‘संविधान की हत्या बंद करो’ जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए और विपक्ष ने प्रस्ताव के कागजात को फाड़कर हवा में उछाल दिया।
हंगामें के चलते दो बार सदन की कार्यवाही स्थगति करनी पड़ी। जिसके बाद बीजेपी ने निगम सचिव के पास पहुंच कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विपक्षी पार्षद सदन में महापौर शैली ओबेरॉय के आसन के पास आकर उनकी मेज पर चढ़ गए। वो यहीं नहीं रुके, उन्होनें कागजात तक फाड़ डाले। जिसके बाद निगम सचिव को अपना रुम अंदर से बंद करना पड़ा। विपक्ष का कहना है कि निगम में किसी भी तरह का बदलाव र्सिफ संसद ही कर सकती है। निगम के सदन के पास इसका अधिकार ही नहीं है।
बीजेपी का बड़ा आरोप
विपक्ष के नेता राजा इकबाल सिंह ने कहा कि समिति की शक्तियां सदन को सौंपना सही नहीं है। ये अमान्य और असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि सदन स्थायी समिति की शक्तियां को नहीं ले सकता, क्योंकि दिल्ली नगर निगम अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पिछली कई बैठकों में देखा जा रहा है, कि दिल्ली सरकार एजेंडों पर चर्चा किये बिना ही इसे पास करा रही है। नियम के तहत वित्तीय शक्तियां देने का अधिकार सदन के पास नहीं है।