Vegetable Prices Hike: दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में सब्जियों के दामों में तेजी से इजाफा होना जारी है. मेट्रो शहरों में टमाटर 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार बिक रहा है.
08 July, 2024
Vegetable Prices Hike: दूध और सीएनजी के बाद सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने आम भारतीयों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. लोगों के किचन का बजट भी गड़बड़ा गया है. टमाटर, बैगन, तुरई, भिंडी और करेला समेत करीब-करीब सभी तरह की हरी सब्जियों के दामों में इजाफा हुआ है. बाजार के जानकारों की मानें तो बाजारों में अंडे और पोल्ट्री मांस की कीमतें 20-30 फीसदी तक बढ़ गई हैं. कुछ राज्यों में तो दामों में और भी इजाफा हुआ है. पेट्रोल और डीजल से महंगी सब्जियां हो गई हैं. ज्यादातर सब्जियों की कीमत 100 रुपये के आसपास या पार हो गई हैं.
कोलकाता के बाजारों की बात करें तो सब्जियों, अंडों और पोल्ट्री मांस की खुदरा कीमतें ऊंची बनी हुई हैं, जिससे आम आदमी को परेशानी हो रही है. टमाटर की कीमतें एक महीने पहले 45-50 रुपये थी जो अब बढ़कर 80-100 रुपये प्रति किलो हो गई हैं. वहीं बैंगन 110-140 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है, जो जून की शुरुआत से लगभग 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. करेला, हरी मिर्च और लौकी जैसी कई अन्य सब्जियों की कीमतों में भी औसतन 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
बारिश के कारण टमाटर की आपूर्ति कम
पश्चिम बंगाल वेंडर्स एसोसिएशन से पता चला है कि अब बंगाल में टमाटर दूसरे राज्यों से आ रहे हैं. भारी बारिश के कारण बेंगलुरू और हिमाचल प्रदेश से टमाटर की आपूर्ति कम है. गर्मी की लहरों और भारी बारिश के कारण रसद में व्यवधान के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ है. कृषि मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि केंद्र द्वारा उर्वरकों और परिवहन सब्सिडी में किसानों के लिए समर्थन कम करने के बाद से लोगों को कीमतों में दर्द का सामना करना पड़ रहा है, जबकि जलवायु परिस्थितियों ने भी स्थिति को बढ़ा दिया है.
महंगाई से हर कोई परेशान
तृणमूल कांग्रेस के नेता चट्टोपाध्याय ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार हमारे किसानों का समर्थन करना जारी रखे हुए है जो इनपुट लागत में वृद्धि का सामना कर रहे हैं. दूसरी ओर, केंद्र विभिन्न सब्सिडी कम कर रहा है इसलिए, किसान और आम लोग दोनों पीड़ित हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास एक खुदरा वितरण नेटवर्क, ‘सुफल बांग्ला’ है, जिसके आउटलेट उचित मूल्य पर सब्जियां और खाद्य लेख बेचते हैं.
सुफल बांग्ला कैसे कर रहा है योगदान
‘सुफल बांग्ला में टमाटर की कीमत खुदरा बाजार में न्यूनतम 80 रुपये के मुकाबले 65 रुपये प्रति किलो है. करेला 72 रुपये प्रति किलो और बैंगन 102 रुपये प्रति किलो पर बेचा जाता है, जो 10-20 प्रतिशत सस्ता है. चट्टोपाध्याय ने कहा कि हम अब आउटलेट्स की संख्या 484 से बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. एक गृहिणी मानशी सान्याल ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में, सब्जियों, अंडे और पोल्ट्री की कीमतें बढ़ी हैं. टमाटर की कीमतें दोगुनी हो गई हैं और प्याज की कीमतें भी बढ़ रही हैं. आवश्यक वस्तुओं की मुद्रास्फीति हमें किसी न किसी तरह से पीड़ा पहुंचा रही है.