13 February 2024
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली इलाके में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर खुद संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य सरकार से इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तीन दिन के अंदर सौंपने के लिए भी कहा है। आयोग ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत मामले की जांच और पूछताछ करने का फैसला लिया है।
NCSC ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक और उत्तर 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट को लिखे एक लेटर में पिछले कुछ दिनों में संदेशखाली की स्थिति को लेकर एक न्यूज रिपोर्ट का हवाला दिया। इसमें कहा गया है कि इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट इस नोटिस के मिलने के तीन दिन के अंदर सौंपी जाए।
संदेशखाली में धारा 144 लागू
वहीं दूसरी तरफ संदेशखाली में बीजेपी के प्रस्तावित धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ऑफिस के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। साथ ही किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बशीरहाट में एसपी ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
बीजेपी ने किया था प्रदर्शन का ऐलान
बीजेपी की प्रदेश इकाई ने घोषणा की थी कि बीजेपी नेता संदेशखाली की स्थिति के विरोध में एसपी ऑफिस का घेराव करेंगे। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि शेख और उसके गिरोह ने क्षेत्र में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के अलावा जमीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया है। बीजेपी ने जल्द से जल्द फरार TMC नेता को गिरफ्तार करने की मांग की है।
संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं का प्रदर्शन
पिछले कुछ दिनों से संदेशखाली में स्थानीय महिलाएं TMC नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों के कथित अत्याचारों को लेकर आंदोलन कर रही हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि शेख और उनके सहयोगियों ने क्षेत्र में महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया, साथ ही जमीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
आपको बता दें कि शाहजहां शेख पिछले महीने राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में संदेशखाली में उनके घर पर छापा मारने गई ED की टीम पर भीड़ द्वारा किए गए हमले के बाद से फरार है।