Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार को बड़ी संख्या में लोग मुहर्रम के जुलूस में शामिल हुए.
15 July, 2024
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के श्रीनगर (Sri Nagar) में साल 1990 के बाद दूसरी बार मुहर्रम का जुलूस निकाला गया. इसके लिए श्रीनगर के गुरु बाजार से शहर के डल गेट तक कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे. मुस्लिम समुदाय की ओर से जुलूस के दौरान भोजन और पानी के भी स्टॉल लगाए थे.
पिछले साल से निकाला जा रहा मुहर्रम का जुलूस
साल 1990 में कश्मीर में मुहर्रम जुलूस के निकालने पर रोक लगा दी गई थी. तीन दशकों के बाद पिछले साल से ही इस जुलूस को फिर से शुरू किया गया है. मुहर्रम के जुलूस में सैकड़ों शिया मुसलमानों ने पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद किया. जुलूस के वक्त प्रशासन की भी मौजूदगी रही. प्रशासन ने पूरी शांति व्यवस्था के साथ जुलूस को सम्पन्न कराया.
मुहर्रम पर क्यों निकाला जाता है जुलूस
मोहर्रम का त्योहार मनाने के पीछे ऐसा माना जाता है कि हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ मोहर्रम माह के 10वें दिन कर्बला के मैदान में शहीद हो गए थे. इसलिए उनकी शहादत और कुर्बानी के तौर पर इस दिन को मुस्लिम समुदाय के लोग याद करते हैं. उनकी याद में जुलूस निकाला जाता है.
यह भी पढ़ें: सब्जियों के चलते बढ़ी थोक महंगाई दर, जानें किन-किन चीजों की बढ़ी कीमत