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Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024 : बालाघाट भारतीय जनता का गढ़, फिर भी क्यों है रोमांचक हुई चुनावी लड़ाई

by Live Times
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Balaghat is the bastion of Indian people, yet why is the election battle exciting

Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024 : इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी से भारती पारधी और कांग्रेस की तरफ से अशोक सिंह सारस्वत के बेटे सम्राट सारस्वत चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने बालाघाट से तीन बार विधायक रहे कंकर मुंजारे को टिकट दिया है.

07 April, 2024

Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024 : मध्य प्रदेश के बालाघाट लोकसभा क्षेत्र में पूरा बालाघाट और सिवनी जिले का कुछ हिस्सा शामिल है. आठ विधानसभा क्षेत्रों से बनी यह सीट महाकौशल रीजन का हिस्सा है. ये इलाका बीजेपी का गढ़ है क्योंकि 1998 से यहां लगातार कमल खिल रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने इस बार मौजूदा सांसद ढाल सिंह बिसेन की टिकट काटकर महिला पार्षद भारती पारधी को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस की तरफ से अशोक सिंह सारस्वत के बेटे सम्राट सारस्वत चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने बालाघाट से तीन बार विधायक रहे कंकर मुंजारे को टिकट दिया है.

भारती परिधि (प्रत्याशी, भाजपा) का कहना है कि हमारा जो जिला है उसमें विकास की संभावनाएं हमारे पूर्व के नेतृत्वकर्ता चाहे वो हमारे पूर्व सांसद हो चाहे पूर्व मंत्री हो इन्होंने इस जिले को विकसित भारत की ओर अग्रसर करने के लिए उसमें जोड़ने के लिए बहुत प्रयास किए हैं और कार्य तेजी से चल भी रहे हैं. जो एक थोड़ी सी उनकी संभावनाएं थीं और एक समय अवधि में वो कार्य नहीं कर पाए वो केवल उद्योगों को लेकर है. ऐसे में निश्चित तौर पर मेरी प्रायोरिटी पर बालाघाट में अच्छे उद्योगों को लाना जिससे हमारा मजदूर यहां से पलायन करता है वो रुकेंगे. हम उद्योगों की तरफ और बच्चों के यूथ के हायर एजुकेशन की तरफ ध्यान देंगे.

उधर, कांग्रेस को उम्मीद है कि विकास की कमी के मुद्दे पर उसे इस बार कामयाबी मिल सकती है, जबकि बसपा का कहना है कि इस बार बालाघाट में बदलाव की बयार बहेगी. इस बाबत सम्राट सिंह सारस्वत (प्रत्याशी, कांग्रेस) के मुताबिक, आज हमारे यहां कितनी कमियां हैं इतना अच्छा जिला होने के बाद सिवनी और बालाघाट जिला प्रकृतिक रूप से बहुत संपन्न हैं. मिनरल्स के हिसाब से बहुत संपन्न है फॉरेस्ट के हिसाब से बहुत संपन्न है और यहां पर जागरूक लोग हैं. पढ़े लिखे लोग हैं. उसके बाद भी हमारा दोनों जिला पिछड़ा हुआ कहला रहा है. ये कहीं न कहीं हमारे यहां के सांसदों की कमी है जो हम लोग भुगत रहे हैं.

कंकर मुंजारे, प्रत्याशी (बसपा) के मुताबिक, बहुत अच्छा फीडबैक है कि जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है और जनता भी बदलाव चाहती है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार जो है वो अच्छा काम नहीं कर रही है इसलिए लोग गुस्से में हैं और लोगों में भारी नाराजगी हैं. सरकार को हटाना चाह रहे हैं. वहीं, भारती पारधी को मैदान में उतारकर बीजेपी ने ओबीसी और महिला वोटों को हासिल करने का लक्ष्य तय किया है.

वहीं, प्रह्लाद पटेल (मंत्री, मध्य प्रदेश) के मुताबिक, बालाघाट ऐसा जिला है जहां पर महिलाओं की संख्या ज्यादा है और पहली बार कोई महिला उम्मीदवार लोकसभा में बालाघाट से भाजपा की चुन कर जाएगी. वो उत्साह आपको दिख रहा होगा. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, बालाघाट के वोटर विकास को सबसे बड़ा मुद्दा बता रहे हैं. हालांकि कुछ वोटर ये भी मानते हैं कि जाति संबंधी विचारधारा कभी-कभी विकास संबंधी मुद्दों पर हावी हो जाती है.

महेंद्र अमूल्ये (यूपीएससी कोच) के मुताबिक, यहां पर विकास का इश्यू कास्ट है और पार्टी भी कोशिश करती है कि जिस कास्ट का फैक्टर ज्यादा है उस कास्ट के उम्मीदवार को वो प्रोमोट करे और विकास बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है. मुझे अभी तो यहां पर दिख नहीं रहा है। चुनाव मुझे जिस तरह में समझ पा रहा हूं देख पा रहा हूं जिस आधार पर चुनाव होने चाहिए बेसिक शिक्षा पर स्वास्थ्य पर पेयजल पर आवास पर नहीं हो रहे.

आशीष मिश्रा (बालाघाट निवासी) का कहना है कि बालाघाट में बहुत वर्षों से विकास नहीं हुआ है. बहुत वर्षों से हमारे भाजपा के नेता रहे मंत्री रहे लेकिन जो औद्योगिक विकास होना था वो बिल्कुल शून्य हैं. यहां पर जीरो विकास पर सारा चीज चल रहा है और ये जो प्रत्याशी बीजेपी ने खड़ी करी है तो मोदी जी की लहर है जितना तो इनका निश्चित है लेकिन फिर भी जिले के विकास को इन लोगों ने बहुत बत्तर कर दिया है. हमारे पडोसी जिले आप देख सकते हैं जैसे गोंदिया है वहां अडानी की पावर प्लांट है. बहुत सारी औद्योगिक नीतियां उनकी आगे बढ़ी हैं. छिंदवाड़ा जिला है उन में भी विकास हुआ है तो यहां पर कोई विकास नहीं हुआ है. गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार मध्य प्रदेश की 29 सीटों के लिए 19 अप्रैल से 13 मई तक चार चरणों में वोट डाले जाएंगे. बालाघाट लोकसभा क्षेत्र में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा और नतीजे 4 जून को आएंगे.

यहां भी पढ़ें- Lakshadweep में कांग्रेस ने एनसीपी (S) उम्मीदवार के खिलाफ साधा निशाना, कहा- बेरोजगारी ने द्वीप के लोग हुए परेशान

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