J&K Election 2024: जम्मू-कश्मीर पर आगामी चुनाव से पहले कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का मुद्दा उठने लगा है. राजनीतिक दलों के नेताओं ने कहा कि हम जल्द ही इस पर ठोस योजना बनाएंगे.
04 September, 2024
J&K Election 2024: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 10 साल के विधानसभा चुनावों होने जा रहे हैं. ऐसे में कश्मीरी पंडितों की रिहैबिलिटेशन (घर वापसी) एक बार फिर से बड़ा चुनावी मुद्दा बनकर उभरकर सामने आ रहा है. सभी राजनीतिक दल कश्मीरी पंडित वोटरों को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह उनकी घर वापसी के लिए एक ठोस योजना बनाएंगे और साथ ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.
3 सदस्यों को नामित करने अधिकार LG के पास
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (LG Manoj Sinha) को विधानसभा के लिए तीन सदस्यों को नामित करने का अधिकार है, जिसमें से दो कश्मीरी प्रवासी और एक POK से विस्थापित व्यक्ति होगा. साथ ही नामित किए जाने वाले कश्मीरी प्रवासियों में से एक महिला भी होगी. इस व्यवस्था के तहत कश्मीरी पंडितों को विधानसभा में प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है. बता दें कि कश्मीर पंडितों की सुरक्षा, विस्थापन और रोजगार जैसे मुद्दे धारा 370 में से विशेषाधिकार हटने जैसे मुद्दे जम्मू-कश्मीर में हमेशा बने रहे हैं. वहीं, केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है तो कश्मीरी पंडित समाज के लोगों की चुनावों को लेकर क्या सोच है, इस पर लाईव टाइम्स ने एक विशेष रिपोर्ट तैयार की है.
कश्मीर पंडितों की चुनाव में भूमिका
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कश्मीरी पंडितों के लिए दो नामित सीटें आरक्षित की गई हैं. इसमें से BJP ने कश्मीर घाटी में दो कश्मीरी पंडित उम्मीदवारों को जगह है. हालांकि अभी तक BJP का घोषणा पत्र जारी नहीं हुआ है. बता दें कि नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के एलायंस के बीच PDP ने अभी तक कश्मीरी पंडित उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है लेकिन दोनों पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र में कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का विशेष जिक्र किया है.
सुरक्षा नहीं किया गया पूरा इंतजाम
जम्मू के बूटा नगर में रह रहे कश्मीरी विस्थापितों ने कहा कि वह घर वापसी तो चाहते हैं लेकिन वहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है. प्रधानमंत्री पैकेज के तहत लगे नौजवान भी मुस्लिमों में घरों पर किराए में रह रहे हैं वहीं हम लोग कश्मीर के अलग अलग जिलों के रहने वाले हैं और अपने उम्मीदवार चुने हैं. लेकिन हम लोग को जम्मू में समस्या आ रही है उसका अभी तक कोई समाधान नही हो पाया है. राज्य में जितनी भी सरकार आई हैं उनके पास भी पॉलसी नहीं हुई है और ना ही रोड मैप लेकर आई है. कश्मीर पंडित घर वापसी करें इसके लिए सिर्फ नेता राजनीति कर रहे हैं.
इनपुट : रविंद्र श्रीवास्तव
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