सनातन धर्म में मौनी अमावस्या का खास महत्व है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, आज यानी 9 फरवरी 2024 को पूरे भारत में मौनी अमावस्या मनाई जा रही है। आज के दिन श्रीहरि विष्णु और माता लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन किया जाता है। साथ ही पितरों के तर्पण का भी विशेष महत्व है, इसलिए प्रत्येक भक्तों को इस दिन अपने पूर्वजों का तर्पण जरूर करना चाहिए। वहीं आज सुबह 8 बजे तक लगभग 90 लाख लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।
प्रयागराज में लोगों की भीड़
माघ मेला प्रशासन के ऑफिसर के मुताबिक बृहस्पतिवार रात करीब 12 बजे से ही प्रयागराज के घाटों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। फिर भारी भीड़ को देखते हुए घाटों की लंबाई को 6800 फुट से बढ़ाकर 8000 फुट कर दिया गया था। प्रशासन द्वारा यहां 12 घाट बनाए गए हैं। इनमें कपड़े बदलने की सुविधा दी गई है। वहीं पब्लिक टॉयलेट की संख्या को 1800 से बढ़ाकर 18,000 कर दिया है। इसके साथ ही मौनी अमावस्या की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ के जवानों को सभी घाटों पर तैनात किया गया है। इतना ही नहीं महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की महिला बचाव कर्मियों की भी तैनाती की गई है।
मौनी अमावस्या का महत्व
मौनी अमावस्या को सारी अमावस्या में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस दिन मौन धारण करना बहुत शुभ होता है। साथ ही इस दिन किसी पवित्र नदी जैसे गंगा या नर्मदा नदी में स्नान करना बेहद शुभकारी होता है। वहीं, तिल दान का भी बेहद महत्व हैं। ऐसे में तिल का तेल या तिल, आंवला और कपड़ों का दान देना बेहद शुभ माना जाता है। वहीं इस दिन पितरों का तर्पण करने का भी विधान है।