Home National Lok Sabha Session: स्पीकर पद का चुनाव BJP के लिए नहीं होगा आसान

Lok Sabha Session: स्पीकर पद का चुनाव BJP के लिए नहीं होगा आसान

by Rashmi Rani
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Lok Sabha Session: 18वीं लोक सभा का सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. नए सत्र को लेकर विपक्ष जिस तरह के मुद्दे उठा रहा है, उससे तय माना जा रहा है कि यह सत्र काफी हंगामेदार रहने वाला है.

23 June, 2024

Lok Sabha Session: 18वीं लोक सभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. सत्र के दौरान सबसे पहले सभी नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. ये सिलसिला दो दिनों तक चलेगा. इसके बाद 26 जून को लोक सभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. लेकिन उससे पहले के 2 दिनों में ही संसद में बड़ा हंगामा देखने को मिल सकता है. वजह है प्रोटेम स्पीकर, जिन्हें सोमवार को ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शपथ दिलाएंगी.

प्रोटेम स्पीकर पर टकराव

नए सांसदों को शपथ प्रोटेम स्पीकर दिलवाते हैं. आजादी के बाद से ही प्रोटेम स्पीकर को सर्वसम्मति से चुनने की परंपरा रही है. लेकिन इस बार सत्र से पहले ही केंद्र सरकार और विपक्ष टकराव की स्थिति में है. सरकार ने 20 जून को कटक से BJP सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया था. लेकिन कांग्रेस ने कहा कि हमारे 8 बार के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश की जगह 7 बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करना लोक सभा के नियमों का उल्लंघन है. 

स्पीकर के लिए 10 साल में पहली बार वोटिंग?

लोक सभा में दूसरा टकराव नियमित अध्यक्ष को लेकर हो सकता है. 2014 में नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से स्पीकर का चुनाव वोटिंग से नहीं हुआ. स्पीकर का चुनाव BJP अपने प्रचंड बहुमत के दम से मनचाहे तौर पर करती आई थी. लेकिन इस बार स्पीकर पद का चुनाव BJP के लिए इतना आसान नहीं होगा. स्पीकर पद को लेकर BJP को सबसे पहले NDA के घटक दलों में सहमति बनानी पड़ेगी. हालांकि विपक्ष ने स्पीकर पद को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन माना जा रहा है कि सत्र के दौरान विपक्षी दल भी अपना संयुक्त उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं.

कई मुद्दों पर हंगामेदार होने के आसार

लोक सभा सत्र के लिए विपक्षी गठबंधन ने पहले से तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने पहले ही कह दिया है वो NEET पेपर लीक पर लोक सभा में बहस कराना चाहेगी. कांग्रेस का सवाल है कि पीएम मोदी हर बड़े मुद्दे की तरह 24 लाख छात्रों के भविष्य पर संकट देखकर भी क्यों मौन है. विपक्ष के ऐसे कई सवाल पिछली दो लोक सभा की तुलना में इस बार ज्यादा मजबूती से गूंजेंगे.

नई लोक सभा में विपक्षी INDIA ब्लॉक के 234 सांसद हैं, इसके अलावा कुछ निर्दलीय सांसद भी इस खेमे के साथ माने जा रहे हैं.  NEET UG पेपर लीक और UGC NET की परीक्षा रद्द होने के बाद जिस तरह छात्रों में आक्रोश है, कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएगी. 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी नए सत्र में एक और बड़ा मुद्दा उठाने की तैयारी में है. ये मामला एग्जिट पोल में गलत नतीजे दिखाकर शेयर मार्केट को प्रभावित करने का है. राहुल इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दे चुके हैं. इस पर पूरा विपक्ष एकजुट है. विपक्ष इस मामले में जेपीसी जांच की मांग कर सकता है.

सरकार पेश करेगी पूर्ण बजट

केन्द्र सकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था. इस सत्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सरकार का पूर्ण बजट पेश करेंगी. विपक्ष अंतरिम बजट को लेकर सवाल उठा चुका है, लिहाजा पूर्ण बजट में नए प्रावधानों को लेकर विपक्ष का विरोध तीव्र हो सकता है.

10 साल बाद लोक सभा में नेता प्रतिपक्ष

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो कार्यकाल में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था. क्योंकि कांग्रेस समेत किसी भी दल के पास इसके लिए जरूरी न्यूनतम सांसद नहीं थे. विपक्ष का नेता बनने के लिए किसी पार्टी के पास कुल सांसदों की संख्या का 10 फीसदी होना जरूरी है. लेकिन इस बार हालात अलग हैं. कांग्रेस इस बार मुख्य विपक्षी दल है और इसी का नेता सदन में नेता प्रतिपक्ष होगा.

नेता प्रतिपक्ष के लिए कांग्रेस राहुल गांधी का नाम मनोनीत कर चुकी है. हालांकि इस पर राहुल ने अभी तक अपनी रजामंदी नहीं दी है, लेकिन लोक सभा में विपक्ष का नेता कांग्रेस से ही होगा, ये तय है.

यह भी पढ़ें: शिवराज चौहान खिलाएंगे झारखंड में ‘कमल’? विधान सभा चुनाव को लेकर BJP ने लगाई ‘बड़ी टीम’

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