Tamil Nadu Governor RN Ravi Controversial Statement: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि (Tamil Nadu Governor RN Ravi) ने राज्य में कथित जातिवाद पर बयान देकर एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है.
Tamil Nadu Governor RN Ravi controversial statement: राजभवन में जम्बूद्वीप उद्घोषणा के स्मरणोत्सव में तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि (Tamil Nadu Governor RN Ravi) ने कहा कि यदि महात्मा गांधी और सरदार पटेल राज्य में पैदा हुए होते तो वे महज जातिगत नेता बनकर रह गए होते. राज्यपाल के इस बयान की सत्तारूढ़ डीएमके और विपक्षी एआईडीएमके दोनों ने निंदा की है. बताया जा रहा है कि राज्यपाल के इस बयान पर राजनीति और गरमा सकती है. बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब राज्यपाल ने इस तरह का विवाद खड़ा किया है. तमिल कवियों, राज्य में सामाजिक असमानता और प्रमुख विधेयकों पर हस्ताक्षर करने से इन्कार करने के बारे में भी वे कई बार बयान देकर विवाद खड़ा कर चुके हैं.
आरएन रवि ने जातिवाद को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
राज्यपाल आरएन रवि ने कहा कि हमें विशेष रूप से राजनीतिक वर्ग के लोग मिलते हैं. वे जाते हैं और वहां कुछ फूल डालते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि अगर महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल इस भूमि पर पैदा हुए होते तो वे जाति के नेता बनकर रह गए होते.
ढाई साल बाद भी नहीं सीखा सबक : आरएस भारती
राज्यपाल के बयान पर आरएस भारती (संगठन सचिव, डीएमके) का कहना है कि वह (आरएन रवि) एक तर्कहीन इंसान हैं. वह दूसरों की तरह नहीं सोचेंगे. हर कोई जानता है कि तमिलनाडु एकमात्र राज्य है जहां जाति, पंथ और धर्म के लिए कोई जगह नहीं है. तमिलनाडु धर्म और जाति से ऊपर है. ढाई साल से अधिक समय तक तमिलनाडु में रहने के बावजूद उन्होंने सबक नहीं सीखा है.
बयान नहीं स्वीकारेंगे राज्य के लोग : जयकुमार
वहीं, जयकुमार (नेता, एआईडीएमके) ने राज्यपाल के बयान पर कहा कि वे (गांधी और पटेल) जाति धर्म और भाषा से अलग हैं. पहले से ही माननीय राज्यपाल के पास तिरुवल्लुवर जैसे मुद्दे थे. ‘थेइवा पुलावर’ कहे जाने वाले संत कवि को भगवा रंग से ढक दिया गया, जिसकी तमिलनाडु के लोगों ने निंदा की. इसके बाद वह शांत हो गए, लेकिन वह फिर से गांधी और पटेल के बारे में बात कर रहे हैं. तमिलनाडु के लोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे.