10 January 2024
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के अग्रिम संगठनों और विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होनें चुनाव के लिहाज से सभी को भी अपनी भूमिकाओं का विस्तार करने की बात कही। उन्होनें कहा कि मतदाताओं के साथ लगातार संपर्क में रहना है। उनके सवालों का जवाब देने के साथ राजनीतिक विरोधियों द्वारा फैलायी जा रही झूठी बातों की काट करनी है। अपनी बात भी रखनी है। हमेशा अनुशासन में रहना है।
बैठक के बाद खरगे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों से सीट बंटवारे को लेकर लगातार बातचीत की जा रही है और जल्द ही उस पर फैसला कर लिया जाएगा। उन्होने कहा कि इस गठबंधन की ताकत से बीजेपी डर गई है।
खरगे ने सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने चर्चा के लिए संसद का दरवाजा बंद कर दिया है, इसलिए लोगों की आवाज उठाने के लिए राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा निकालनी पड़ रही है। उन्होने कहा कि पीछे देखने के साथ अब हमें आगे देखना है। हमें भरोसा है कि हमारी मेहनत रंग लाएगी। आप सभी महसूस कर रहे होंगे कि देश बदलाव चाहता है, लेकिन इसे साकार बनाने के लिए हमें जमीनी स्तर पर रात-दिन मेहनत करनी होगी।
बुनियादी मसलों पर संसद में चर्चा बंद है- खरगे
खड़गे ने कहा कि ये आम यात्रा नहीं, बल्कि देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने की यात्रा है। राहुल जी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा निकली, जो ऐतिहासिक रूप से बेहद कामयाब रही। लेकिन देश के बुनियादी मसलों पर संसद में चर्चा बंद है। मणिपुर से लेकर संसद की सुरक्षा, बेरोजगारी, महंगाई और दूसरे सभी सवालों पर संसद में चर्चा की इजाज़त ही नहीं है। इसलिए ये यात्रा निकालनी पड़ रही है।
इंडिया गठबंधन की ताकत से बीजेपी बेचैन
आज माहौल अलग है। विपक्ष एक साथ है। इसीलिए इंडिया गठबंधन की ताकत से बीजेपी की बेचैनी साफ दिख रही है। वे इंडिया गठजोड़ की शक्ति को समझ गए हैं। अहंकार, पाप और झूठ की उम्र बहुत कम होती है, लेकिन सत्य अजर अमर होता है। हमारे नायकों ने सत्य के रास्ते संघर्ष का जो रास्ता हमें सिखाया है, उसी पर कायम रहते हुए जनता को न्याय दिलाने के साथ हम जीत हासिल करेंगे।
ससंद के मुद्दे पर खरगे के सरकार से सवाल
बीते शीतकालीन सत्र में देश के संसदीय इतिहास में सबसे ज्यादा 146 विपक्षी सांसद निलंबित किए गए। इनका गुनाह क्या था। ये सांसद संसद पर हमले की घटना पर चर्चा चाहते थे। सरकार ने इनको निलंबित किया, और फिर आपराधिक कानूनों से संबंधित विधेयक, दूरसंचार विधेयक, निर्वाचन आयुक्त विधेयक जैसे विधेयकों को बिना विपक्ष की भागीदारी के पारित कराया।
उन्होंने कहा, जनविरोधी विधेयक उसी तरह पारित हुए, जैसे 2020 में कृषि कानूनों को पास किया था। अब जनता इनका विरोध करने लगी है। खरगे ने दावा किया कि बीजेपी इन मुद्दों पर अपनी विफलता को स्वीकार करने से बच रही है। और इसलिये भावनात्मक कार्ड खेल कर ध्यान भटका रही है।
आपको बता दें कि राहुल गांधीजी के नेतृत्व में 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से शुरू होने वाली है। करीब 6,700 किलोमीटर दूरी तय करके यह यात्रा 15 राज्यों से होकर मुंबई में खत्म होगी। यह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्या