Meghalaya Lok Sabha Election 2024: मेघालय को एक ऐसे राज्य के तौर पर जाना जाता है जहां महिलाओं का दबदबा पुरुषों के मुकाबले ज्यादा होता है. राज्य की खासी, गारो और जैंतिया जैसी जनजातियों में महिलाओं के हाथों में सत्ता और शक्ति दिखती है.
9 April, 2024
Meghalaya Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में हर पार्टी अपना दम-खम दिखा रही है. मेघालय की दोनों सीटों पर 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होनी है. ऐसे में अगर मेघालय की राजनीति की बात की जाए तो वहां की महिलाओं के हाथों में सत्ता और शक्ति देखने को मिलती है. हालांकि कई महिलाओं का मानना है कि मेघालय की राजनीति की दुनिया में न तो उनकी भागीदारी ज्यादा है और न ही उन्हें ज्यादा अहमियत दी जाती है. जैसा कि हम जानते हैं की मेघालय में महिलाओं का काफी दबदबा भी है. लेकिन, जो महिलाएं यहां अकेली या विधवा हैं वो जाहिर तौर पर खुद अकेले होने के नाते महिलाओं की शक्ति को समझती हैं. इसके साथ ही यहां की महिलाओं का यह भी मानना है की सत्ता में भी उनकी भागीदारी ज्यादा होनी चाहिए. चाहे वो विधानसभा हो या किसी भी तरह का राजनीतिक कैरियर हर तरफ महिलाएं सर्वोपरी होनी चाहिए.
मेघालय में अंपरीन लिंगदोह मैदान में हैं
लोकसभा चुनाव में मेघालय के मौजूदा मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की अगुवाई वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी ने शिलांग से अंपरीन लिंगदोह को मैदान में उतारा है. वहीं पार्टी ने तुरा से मौजूदा सांसद अगाथा संगमा को उम्मीदवार बनाया है. मेघालय की दो लोकसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में अंपरीन और अगाथा के अलावा कोई और महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं हैं.
गरीब महिलाओं की जुबानी
कुछ लोगों का मानना है कि आम महिलाओं को भी चुनाव लड़ने का मौका दिया जाना चाहिए और मेघालय की गरीब महिलाओं का यह भी कहना है कि
ये टिकट हम जैसे लोगों को भी मिलना चाहिए क्योंकि आम महिलाओं की चुनाव में ज्यादा भागीदारी होना जरूरी है.
ये भी पढ़ें- Rampur Lok Sabha Seat 2024: कौन हैं रामपुर सीट के कद्दावर उम्मीदवार? जिनका होगा आमना-सामना