14 Feb 2024
कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। कांग्रेस ने कहा कि वीवीपैट पर्चियों के 100 प्रतिशत मिलान की अनुमति नहीं दिया जाना भारतीय मतदाताओं के साथ घोर अन्याय है। दरअसल, पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा इंडिया गठबंधन के घटक दलों की ये मांग है। उन्होंने कहा कि 8 अप्रैल, 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग से वीवीपैट पर्ची मिलान वाले चुनाव बूथों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया था। उन्होंने अदालती मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि मामला एन. चंद्रबाबू नायडू बनाम भारत संघ है। वही चंद्रबाबू नायडू जो कभी हाई-टेक सीएम के रूप में जाने जाते थे। नायडू तब आंध्र प्रदेश के सीएम थे।
जयराम रमेश ने सवाल किया कि क्या निर्वाचन आयोग को उस तकनीक में ज्यादा जवाबदेही और पारदर्शिता लाने के लिए प्रयास नहीं करना चाहिए। कांग्रेस महासचिव ने तंज कसते हुए कहा, लेकिन जाहिर है कि नायडू इस बीच राजग में शामिल होने वाले हैं, हो सकता है कि वो निर्वाचन आयोग को अपने पूर्व सहयोगियों को समय देने के लिए मना सकें।