लाल सागर में मर्चेंट नेवी के पोतों पर हमले और क्षेत्र में भारतीय नौसेना के पोतों की तैनाती के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बड़ा बयान दिया। दरअसल, मुंबई में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उस कार्यक्रम में छात्रों से बातचीत के दौरान एस जयशंकर ने कहा कि, भारत एक ताकतवर देश है और इसकी दुनिया में प्रतिष्ठा है। ऐसे में अगर कोई भी मुश्किल हालात में है तो हमें दूसरों की मदद करनी ही चाहिए ।
जयशंकर ने कहा कि अगर हमारे पड़ोस में कुछ ठीक नहीं हो रहा और हम कहें कि हमारा इनसे कोई लेना-देना नहीं, तो हमें एक जिम्मेदार देश नहीं माना जाएगा। उन्होंने मालदीव में ‘इंडिया आउट’ अभियान पर कहा कि पड़ोसियों को एक-दूसरे की जरूरत होती है। इतिहास और भूगोल बहुत शक्तिशाली ताकतें हैं। इससे बचा नहीं जा सकता।
10 युद्धक जहाजों को किया गया तैनात
उन्होंने कहा कि भारतीय युद्धपोत ‘INS सुमित्रा’ ने अदन की खाड़ी में सोमाली समुद्री लुटेरों को जवाब दिया है। भारतीय नौसेना ने 19 पाकिस्तानी नागरिकों समेत ईरानी जहाज़ को बचाया है। लुटेरों ने मछली पकड़ने वाले जहाज़ को किडनैप कर लिया था। विदेश मंत्री ने कहा कि भारतीय नौसेना ने लाल सागर और अरब सागर के क्षेत्र में 10 युद्धक जहाजों को तैनात किया हुआ है और ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि वहां समुद्री लुटेरों, मिसाइल और ड्रोन हमलों का सामना करना पड़ रहा है ।