10 January 2024
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का एक बार फिर से विवादित बयान सामने आया है। इस बार उन्होनें अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने के सरकार के आदेश को सही ठहराया। मोर्य ने कहा कि 1990 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुलायम सरकार की तरफ से कार सेवकों पर गोली चलवाने के आदेश सही थे। उन्होनें कहा कि ऐसा संविधान की रक्षा के अपने कर्तव्य को पूरा करने के लिए किया गया था।
मोर्य ने कहा कि उस वक्त बड़ी तादात में अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी, और तत्कालीन सरकार ने संविधान, शांति और व्यवस्था बचाने के लिए गोलियां चलवाई थीं। यह सरकार का कर्तव्य था और उसने ऐसा किया भी।
वही बीजेपी पर निशाने साधते हुए मोर्य ने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन बीजेपी राजनितिक फायदे के लिए इसका राजनीतिकरण कर रही है, जबकि पूरा देश जानता है कि मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश पर बन रहा है राम मंदिर-मोर्य
उन्होंने कहा, जब सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में आदेश दिया था तब सभी विपक्षी दलों ने इसका स्वागत किया था। इसका मतलब है कि किसी को भी राम मंदिर के निर्माण पर आपत्ति नहीं है, लेकिन बीजेपी गलत तरीके से इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। मंदिर तब नहीं बना, जब बीजेपी के कद्दावर नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार देश की बागडोर संभाली। इसका मतलब सिर्फ ये है कि मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुआ, भाजपा की वजह से नही।
मोर्य नहीं जाएगें समारोह में
22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने पर उन्होने कहा कि, मैं बीजेपी के किसी भी कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा, ये बीजेपी द्वारा आयोजित कार्यक्रम है, न कि रामलला मंदिर का। ये बीजेपी का कार्यक्रम है, और इसलिए वो लिस्ट तैयार कर रहे है, कि वहां कौन जाएगा, और कौन नहीं जाएगा। जब बीजेपी अपनी लिस्ट तैयार कर रही है तो उसमें स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम कैसे होगा?
केशव मौर्य ने कहा सपा नेता अखिलेश के रट्टू तोता
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा नेता के बयान पर पलटवार करते हुए कहा. कि ऐसे बयान देने वाले पार्टी नेता अखिलेश यादव के रट्टू तोता हैं। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 500 साल की इंतजार के बाद भगवान राम का मंदिर बन रहा है। ऐसे समय में इस तरह के बयान के लिए मैं अखिलेश यादव की निंदा करता हूं। उनके जो भी नेता कुछ बोलते हैं, वे सिर्फ अखिलेश यादव का लिखा हुआ पढ़ते हैं। वे रट्टू तोता हैं और एक शब्द कम ज्यादा नहीं बोल सकते।
उन्होंने कहा, श्री राम हमारे जैसे कोटि कोटि भक्तों के भगवान हैं। हम उनकी पूजा करते हैं। जो भगवान को नहीं मानते हैं, उनके भी पूर्वज भगवान श्री राम हैं। इसलिए प्रदेश वासी, देश वासी प्राण प्रतिष्ठा का हिस्सा बनेंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कई विधायकों के राम मंदिर पर दिए गए विवादित बयानों पर कहा, भगवान राम लला की जन्मभूमि पर बन रहा मंदिर कोई बीजेपी का मंदिर नहीं है, बल्कि हर राम भक्त, हर राष्ट्र भक्त का मंदिर है। गुलामी की निशानी के रूप में खड़ा ढांचा हट गया। हमें विरासत पर गर्व करना चाहिए कि जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बन गया। अब लोग 22 जनवरी को दीपावली मनाएं।
आपको बता दें कि कार सेवकों पर गोलीबारी को जायज ठहराने वाला मौर्य का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। वैसे तो मोर्य अपने विवादास्पद बयानों को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहते है। लेकिन हाल ही में उन्होनें श्रीरामचरित मानस और हिंदू धर्म को लेकर जो बयान दिया था उसके बाद वो कईं राजनितिक दलों के निशाने पर आ गए थे