Bullet Train Update: अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Ahmedabad-Mumbai Bullet Train Project) के लिए वडोदरा-अहमदाबाद मेन लाइन पर नडियाद के पास 100 मीटर लंबा स्टील ब्रिज लॉन्च किया गया है. भारत और जापानी विशेषज्ञता के साथ मेक-इन-इंडिया विजन के तहत बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए अपनी स्वदेशी तकनीकी और क्षमताओं का तेजी से इस्तेमाल कर रहा है.
25 April, 2024
बुलेट ट्रेन (Bullet Train) प्रोजेक्ट के लिए तैयार किया गया यह स्टील ब्रिज का उदाहरण है. 1486 मीट्रिक टन के इस स्टील ब्रिज का निर्माण गुजरात के भुज जिले की वर्कशॉप में किया गया है जो ब्रिज लॉन्चिंग साइट से लगभग 310 किमी दूर है. साइट पर स्टील ब्रिज को जमीन से 15.5 मीटर की ऊंचाई पर अस्थायी ट्रेस्टल्स पर असेंबल किया गया था. इसके बाद 63 मीटर लंबे और लगभग 430 मीट्रिक टन वजनी लॉन्चिंग नोज को मेन पुल असेंबली से जोड़ा गया.
Bullet Train Update: ऑटोमैटिक जैक (Automatic Jack) के जरिए हाई टेंशन स्ट्रैंड का किया गया था इस्तेमाल
स्टील ब्रिज (Steel Bridge) को 180 मीट्रिक टन की क्षमता वाले दो ऑटोमैटिक जैक (Automatic Jack) के जरिए हाई टेंशन स्ट्रैंड का इस्तेमाल करके खींचा गया था. भारतीय रेलवे लाइनों के पूर्ण यातायात और पावर ब्लॉक के कारण पुल को सावधानीपूर्वक लॉन्च किया गया.
Bullet Train Update: टेक्निकल प्वाइंट (Technical Point)
- मेन ब्रिज की लंबाई: 100 मीटर
- मेन ब्रिज का वजन: 1486 मीट्रिक टन
- लॉन्चिंग नोज लेंथ: 63 मीटर
- लॉन्चिंग नोज की वजन: 430 मीट्रिक टन
Bullet Train Update: ये स्टील ब्रिज बुलेट ट्रेन कॉरिडोर (Bridge Bullet Train Corridor) के लिए डिज़ाइन किए गए 28 स्टील ब्रिजों में से दूसरा ब्रिज है. साथ ही गुजरात (Gujarat) के सूरत (Surat) में राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर पहला स्टील ब्रिज लॉन्च किया गया. इन स्टील पुलों को बनाने में लगभग 70,000 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही 40 से 45 मीटर के कंक्रीट पुलों के विपरीत, स्टील पुल राजमार्गों, एक्सप्रेस वे और रेलवे लाइनों को पार करने के लिए सबसे अच्छे होते हैं, जो नदी पुलों सहित अधिकांश जगहों के लिए पूरी तरह उपयुक्त हैं.
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