08 January 2024
बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर करारा हमला करते हुए, उसे जबरदस्त दलित विरोधी पार्टी करार दिया है। मायावती ने एक्स पर एक के बाद एक कईं पोस्ट की, जिसमें उन्होनें सपा को जमकर घेरा। उन्होंने कहा, सपा अति-पिछड़ों के साथ-साथ जबरदस्त दलित-विरोधी पार्टी भी है। बसपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में सपा से गठबंधन कर, इनके दलित-विरोधी चाल, चरित्र और चेहरे को थोड़ा बदलने की कोशिश की, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद सपा फिर से अपने दलित-विरोधी जातिवादी एजेंडे पर आ गई।
उन्होनें सपा पर अपने पिछले शासन काल में बसपा कार्यालय के सामने पुल बनवाकर उसे असुरक्षित करने का भी आरोप लगाया। उन्होनें योगी सरकार से पार्टी कार्यालय को किसी दूसरी जगह पर शिफ्ट कराने का भी मांग की है।
अपनी पोस्ट में मायावती ने जून 1995 में हुए चर्चित गेस्ट हाउस कांड का भी जिक्र किया। उन्होने कहा कि अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जिससे भी गठबंधन की बात करते हैं, उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है।
उन्होंने कहा कि वो अपनी सुरक्षा को देखते हुए पार्टी की ज्यादातर बैठकें अपने निवास पर करने को मजबूर है। जबकि पार्टी दफ्तर में होने वाली बड़ी बैठकों में उनके पहुंचने पर वहां पुल पर सुरक्षाकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती करनी पड़ती है। ऐसे में वो सूबे की सरकार से मांग करती है, कि सरकार किसी सेफ जगह पर उनके कार्यालय को शिफ्ट करें, और सरकार दलित-विरोधी तत्वों से भी सख़्ती से निपटें।
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