Freedom Of Press: ब्रॉडकास्ट बिल (Broadcast Bill) को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से दावा किया जा रहा है कि सरकार लिखने-बोलने वालों लोगों की आवाज को दबाना चाहती है.
05 August, 2024
Freedom Of Press: प्रेस की और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर एक बार फिर से देश में बहस छिड़ गई है. दरअसल, दावा किया जा रहा है कि केंद्र की NDA सरकार ब्रॉडकास्ट बिल (Broadcast Bill) लाने वाली है. ऐसे में विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से दावा किया जा रहा है कि सरकार डिजिटल मीडिया, सोशल मीडिया समेत ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर लिखने-बोलने वालों लोगों की आवाज को दबाना चाहती है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस बिल पर सरकार को खरी-खरी सुनाई है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस पर पलटवार किया है.
‘ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेंगे’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को अपने ‘X’ हैंडल पर महात्मा गांधी और देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बयानों को दोहराते हुए लिखा कि ये उदाहरण बताते हैं कि भारत के नागरिकों को अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता यूं ही नहीं मिली. इसके लिए वर्षों तक लाखों लोगों ने लड़ाई लड़ी. स्वतंत्रता और प्रेस की आजादी हमारे शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की महान विरासत है. आजाद भारत के इतिहास में कभी कोई सरकार नागरिकों को मिली स्वतंत्रता को कुचलने के बारे में सोच भी नहीं सकती. उन्होंने दावा किया कि आज एक तरफ सत्ता के जोर से पूरे मीडिया को सरकारी भोंपू बना दिया गया है. दूसरी ओर BJP सरकार ब्रॉडकास्ट बिल लाकर डिजिटल मीडिया, सोशल मीडिया, OTT प्लेटफॉर्म्स और यहां तक कि निजी हैसियत में लिखने-बोलने वाले लोगों की आवाज पर ताला लगाने की तैयारी कर रही है. इस बिल का विरोध करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यह पूरी तरह अस्वीकार्य है और देश इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगा.
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अमित मालवीय ने किया पलटवार
इस बयान पर पलटवार करते हुए BJP के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोमवार को अपने ‘X’ हैंडल पर लिखा कि बिल तो अभी ड्राफ्ट स्टेज पर ही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के साथ जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी का नाम ना ही जोड़ा जाए तो अच्छा होगा. क्योंकि इन लोगों ने देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ी. प्रियंका गांधी को नसीहत देते हुए अमित मालवीय ने कहा कि अगर किसी विषय की जानकारी ना हो तो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से बचना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने राज्यसभा में जौहर सिरकार के इसी विषय से जुड़े सवाल पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव के जवाब की प्रति भी शेयर की. जवाब में लिखा था कि ब्रॉडकास्ट बिल का मसौदा विशेषज्ञों और आम जनता सहित हितधारकों की प्रतिक्रिया और टिप्पणियों के लिए डोमेन में रखा गया था. विधेयक अभी भी मसौदा तैयार करने के चरण में है. बता दें कि कुछ दिनों पहले एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, नेशनल अलायंस ऑफ जर्नलिस्ट्स और दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स जैसे कई संगठनों ने इस मामले पर चिंता जताई थी. एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने तो राहुल गांधी को पत्र भी लिखा था.
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