Britain Elections : ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है. इस बार लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर के हाथों में ब्रिटेन की सत्ता की कमान होगी. ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि आखिर स्टार्मर कौन हैं?
05 July, 2024
Britain Elections: हर तरफ ब्रिटेन के आम चुनाव के रिजल्ट को लेकर चर्चा हो रही है. शुक्रवार शाम तक चुनाव के नतीजे क्लियर हो जाएंगे. यह अलग बात है कि अब तक वोटों की गिनती से यह काफी हद तक साफ हो चुका है कि इस बार किसकी सरकार बनेगी? दरअसल, इस बार लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर (Keir Starmer) ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने वाले हैं. ऐसे में ऋषि सुनक का शासन खत्म हो जाएगा. कंजर्वेटिव पार्टी 14 साल बाद सत्ता से बाहर होगी. ऐसे में आज हम आपके लिए कीर स्टार्मर की जिंदगी के कुछ पहलुओं की झलक लेकर आए हैं.
बचपन नहीं था आसान
2 सितंबर, 1962 को जन्मे कीर स्टार्मर इंग्लैंड के ऑक्सटेड नाम के एक छोटे शहर में बड़े हुए हैं. उनके पिता एक कारीगर और मां नर्स थीं. उनकी मां एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं. यही वजह है कि स्टार्मर का बचपन मुश्किलों भरा रहा. इसके बावजूद कीर स्टार्मर ने साल 1985 में लीड्स यूनिवर्सिटी से कानून (Law) में ग्रेजुएशन की. आपको बता दें कि स्टार्मर अपनी फैमिली के पहले ऐसे सदस्य हैं जो यूनिवर्सिटी गए थे. इसके बाद वह एक कामयाब वकील बने.
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वकील बनकर की गरीबों की मदद
वकीन बनने के बाद कीर स्टार्मर ने गरीबों को मुफ्त में कानूनी सलाह दी. कीर को मानवाधिकारों से जुड़े मामलों में महारथ हासिल है. यही वजह है कि वह उत्तरी आयरलैंड पुलिसिंग बोर्ड के मानवाधिकार सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं. इसके बाद साल 2002 में कीर स्टार्मर क्वीन्स काउंसिल नियुक्त हुए. फिर साल 2014 में स्टार्मर को ‘नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द बाथ’ बनाया गया.
जरूरतमंदों को न्याय दिलाना था मकसद
पेशे से वकील कीर स्टार्मर जरूरतमंदों को न्याय दिलाने में आगे रहते थे. साल 2020 में वह ब्रिटेन की संसद में प्रतिपक्ष और लेबर पार्टी के नेता बने. इसके अलावा, स्टार्मर साल 2015 से 2024 तक होलबोर्न और सैंट पैनक्रास से भी सांसद चुने गए. साथ ही वह 2008 से 2013 तक सरकारी अभियोजन के डायरेक्टर भी रहे.
कीर स्टार्मर का सियासी सफर
कीर स्टार्मर साल 2015 में पहली बार सांसद बने. फिर 1 साल तक वह ब्रिटेन की शैडो कैबिनेट में इमिग्रेशन मंत्री रहे. साल 2016 से 2020 तक स्टार्मर शैडो राज्य सचिव रहे. इसके बाद साल 2020 में उन्हें लेबर पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. हालांकि, इसके बाद ही लेबर पार्टी को अपनी सबसे बड़ी हार का भी सामना करना पड़ा था. 85 सालों में यह उसकी सबसे बड़ी हार थी.
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स्टार्मर के चुनावी वादे
कीर स्टार्मर की पार्टी ने दावा किया है कि अगर वह सत्ता में आई तो पहली बार घर खरीदने वालों को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा उन्होंने 1.5 मिलियन नए घर बनाने के लिए कानूनों में सुधार का वादा भी किया है. घरों के अलावा एजुकेशन भी स्टार्मर की पार्टी की प्राथमिकता है. उन्होंने 6 हजार 500 टीचर्स की भर्ती करने का आश्वासन दिया है.
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