49th Anniversary of Emergency: आपातकाल की 49वीं वर्षगांठ को भारतीय जनता पार्टी ‘ब्लैक डे’ के रूप में मना रही है. आपातकाल की 49वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को कांग्रेस पर BJP ने तीखा हमला बोला है.
25 June, 2024
49th Anniversary of Emergency : आपातकाल की 49वीं वर्षगांठ को भारतीय जनता पार्टी ‘ब्लैक डे’ के रूप में मना रही है. 25 जून, 1975 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था. आपातकाल की 49वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को कांग्रेस पर BJP ने तीखा हमला बोला है. BJP ने कहा कि आपातकाल विपक्षी दलों के लंबे इतिहास का सबसे बड़ा उदाहरण है. पार्टी ने कहा कि BJP संविधान का सम्मान करती है, जबकि संविधान की हत्या का काम कांग्रेस पार्टी ने कई बार किया है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आपातकाल है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस को बनाया निशाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया था. आपातकाल हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया.
‘कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या की’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या करने और नुकसान पहुंचाने के विपक्षी दल के लंबे इतिहास का सबसे बड़ा उदाहरण है. अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा- ‘देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है. साल 1975 में आज के ही दिन कांग्रेस के द्वारा लगाया गया आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. अहंकार में डूबी, निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी प्रकार के नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव किए और न्यायालय तक के हाथ बांध दिए थे. आपातकाल के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को नमन करता हूं.’
डॉ. अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को कुचला गया
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर पोस्ट किया- ’25 जून, 1975- यह वह दिन है जब कांग्रेस पार्टी के आपातकाल लगाने के राजनीतिक रूप से प्रेरित फैसले ने हमारे लोकतंत्र के स्तंभों को हिला दिया और डॉ. अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को कुचलने की कोशिश की. इस दौरान, जो लोग आज भारतीय लोकतंत्र के संरक्षक होने का दावा करते हैं, उन्होंने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा में उठने वाली आवाजों को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. मुझे गर्व है कि हमारी पार्टी उस परंपरा से जुड़ी है जिसने आपातकाल का डटकर विरोध किया और लोकतंत्र की रक्षा के लिए काम किया.’
यह भी पढ़ें : NEET Paper Leak Raw: झारखंड के किस सेंटर से हुआ था सबसे पहले NEET का पेपर लीक ? प्रिंसिपल ने किया बड़ा खुलासा