Bird Flu In Kerala : केरल के अलाप्पुझा जिले में दो जगहों पर बर्ड फ्लू (Bird Flu) फैलने की सूचना मिली है. अधिकारियों ने बीते दिनों बर्ड फ्लू (Bird Flu) के मामलों की जानकारी दी.
22 April, 2024
Bird Flu In Kerala : केरल में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की जानकारी मिलने के बाद तमिलनाडु सरकार ने कई इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है. इसके साथ ही एक अधिकारी ने बताया कि अनैकट्टी, गोपालपुरम और वालयार इलाकों में चौकसी ज्यादा कर दी गई है. इन क्षेत्रों में प्रत्येक चेकपोस्ट पर 12 पुलिस अधिकारी तैनात हैं. तमिलनाडु पहुंचने वाले किसी भी वाहन की सही से तलाशी भी ली जा रही है.
कोयबंटूर जिले में बढ़ाई गई सुरक्षा
दरअसल, केरल की सीमा से लगे कोयंबटूर जिले में 1,252 पोल्ट्री फार्म हैं. जहां पर तमिलमाडु सरकार ने ज्यादा सुरक्षा बढ़ाई है. एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार कोई जोखिम नहीं ले रही है. केरल से तमिलनाडु में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों को सैनिटाइज किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोयंबटूर जिले में 1,252 पोल्ट्री फार्म होने के कारण, विभाग राज्य में किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है. पशुपालन विभाग ने स्पष्ट किया है कि अलाप्पुझा जिले में H5N1 बर्ड फ्लू (Bird Flu) के प्रकोप के मद्देनजर कोयंबटूर में कोई घबराहट की स्थिति नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि एडथवा ग्राम पंचायत के वार्ड-एक के एक क्षेत्र और चेरुथाना ग्राम पंचायत के वार्ड-तीन के एक दूसरे क्षेत्र में पाली गई बत्तखों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
भोपाल के लैब में हुई जांच
बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाने वाले बत्तखों के नमूनों की जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा गया तब जाकर बीमारी की जानकारी सामने आई. जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा (NH5 NH1) की पुष्टि हुई है. ऐसे में भारत सरकार के निर्देश के अनुसार डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में सेंटर से एक किलोमीटर के दायरे में घरेलू पक्षियों को खत्म करने का निर्णय लिया गया.
क्या है बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लुएंजा (What Is Avian influenza) ?
एवियन इन्फ्लुएंजा (Avian influenza) को बर्ड फ्लू (Bird Flu) या एवियन फ्लू भी कहा जाता है. यह बीमारी सबसे पहले साल 2003 में वियतनाम में रिपोर्ट की गई थी. यह पक्षियों में पाई जाने वाली एक बीमारी हाती है, जो बहुत घातक होती है. ये बीमारी जंगली पक्षियों से पालतू पक्षियों में फैलती है. हालांकि ये बर्ड फ्लू (Bird Flu) इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है, लेकिन इसकी संभावना बहुत कम होती है. अगर कोई धूल में मौजूद वायरस के बीच सांस लेता है तो इसे संक्रमण का खतरा हो सकता है. इसके अलावा किसी संक्रमित चीज को छूने से भी संक्रमण हो सकता है. साथ ही डॉक्टर्स बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति किसी तरह के पक्षी के मांस का सेवन करता है, उसे भी बर्ड फ्लू (Bird Flu) होने का खतरा बढ़ जाता है.
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार, ये वायरस पक्षियों की आंतों पर हमला करता है और उन्हें बीमार कर देता है, जिससे उनकी मौत तक हो जाती है.
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