Arvind Kejriwal Arrest : दिल्ली शराब नीति 2021 घोटाला मामले में हुई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिका ने कहा था कि वह भारत में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कड़ी नजर बनाए हुए है.
Arvind Kejriwal Arrest : भारत ने अमेरिका के उस बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किए गए थे. दिल्ली में स्थित विदेश मंत्रालय ने बुधवार (27 मार्च, 2024) अमेरिका के कार्यवाहक मिशन उप-प्रमुख ग्लोरिया बर्बेना को तलब कर 40 मिनट तक बातचीत की. साथ ही बयान पर अमेरिका के बयान पर कड़ा एतराज जताया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने समाचार रॉयटर्स से बातचीत के दौरान कहा था कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से जुड़ी रिपोर्ट पर वह करीब से नजर बनाए हुए है.
आंतरिक मामलों का सम्मान करना चाहिए
अमेरिका की टिप्पणी पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. इसमें कहा है कि हम भारत में कुछ कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताते हैं. कूटनीतिक स्तर पर राज्यों से दूसरों की संप्रभुता और आंतरिक मामलों का सम्मान करने की अपेक्षा की जाती है. साथी लोकतंत्रों के मामले में यह जिम्मेदारी और भी अधिक होती है. अन्यथा यह अस्वास्थ्यकर मिसाल कायम कर सकता है. भारत की कानूनी प्रक्रियाएं एक स्वतंत्र न्यायपालिका पर आधारित हैं जो उद्देश्यपूर्ण और समय पर परिणामों के लिए प्रतिबद्ध है. उस पर आक्षेप लगाना अनुचित है.
अमेरिकी प्रवक्ता ने क्या कहा था?
शराब नीति 2021 के मामले में हुई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिका ने कहा था कि वह भारत में विपक्षी दल के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कड़ी नजर बनाए हुए है. इसके साथ ही यह भी कहा कि भारत में हम निष्पक्ष कानूनी प्रक्रिया की उम्मीद करते हैं. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी ‘रॉयटर्स’ से बातचीत के दौरान कहा कि हम सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध कानूनी प्रक्रिया के लिए भारत की सरकार को प्रोत्साहित करते हैं. इससे पहले सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी ने भी प्रतिक्रिया दी थी, जिसके बाद भारत ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज करवाया था. अब इस मामले में अमेरिका का बयान सामने आया है.
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी ने क्या कहा था?
शराब नीति 2021 घोटाला मामले में AAP नेता अरविंद केजरीवाल को लेकर जर्मनी ने कहा था कि पूरी कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए और उन पर प्रतिबंध लगाए बिना तमाम कानूनी तरीकों को अपनाने के लिए स्वतंत्रता दी जानी चाहिए. जर्मनी ने कानून और न्याय के सिद्धांत पर जोर देने की बात कही थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सेबेस्टिन फिशर ने पिछले दिनों अपने बयान में कहा था कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है. हम उम्मीद करते हैं कि न्यायापालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों के मूल्यों को प्राथमिकता देंगे.
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