6 March 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज महाराष्ट्र के मुंबई में IGF Annual Investment Summit – NXT10 को संबोधित किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि आने वाले महीनों में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में होने जा रहे चुनाव आने वाले 25 वर्ष का भविष्य तय करने वाले होंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुए हैं और उस नींव पर आज़ादी के शताब्दी वर्ष 2047 में भारत कहां होगा, ये निर्धारण अगले 5 साल में होगा। उन्होंने कहा कि ये चुनाव लोकतंत्र के साथ-साथ गरीब कल्याण, जनकल्याण, परंपरा और तकनीक के बीच तालमेलस्थापित करने के साथ-साथ लोकतंत्र और सुरक्षा सुनिश्चित करने का त्यौहार है।
‘2014 में अर्थव्यवस्था थी जर्जर’
अमित शाह ने कहा कि हमें 10 साल पहले क्या मिला था और आज हम कहां खड़े हैं, वही नरेंद्र मोदी सरकार के मूल्यांकन का पैरामीटर हो सकता है। उन्होंने कहा कि 2014 में अर्थव्यवस्था जर्जर थी, निवेशकों का भरोसा उठ गया था, 12 लाख करोड़ रूपए के घोटालों ने देश के आत्मविश्वास को हिला दिया था, देश में घोर पूंजीवाद चरम पर था, मंहगाई आसमान छू रही थी, राजकोषीय घाटा काबू से बाहर था, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में हम बहुत नीचे पहुंच गए थे और देश की सुरक्षाव्यवस्था भी बहुत कमज़ोर हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि उस वक्त देश की जनता ने नरेंद्र मोदी जी को पूर्ण बहुमत देने का निर्णय लिया और ये सरकार बनी।
‘देश में पॉलिसी पैरालिसिस हो गया था’
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक हमारे देश की राजनीति 4 नासूरों – परिवारवाद, जातिवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से ग्रसित रही और इनमें मैरिट का कहीं कोई स्थान नहीं था। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने इन 10 साल में न सिर्फ केंद्र बल्कि देशभर के चुनावों में पॉलिटिक्स ऑफ परफ़ॉर्मेंस को स्थापित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि अब परफॉर्म करने वाली सरकारें बार-बार चुनकर आती हैं और पहली बार परिवारवाद और जातिवाद से अलग माहौल बनाने का काम हमारी सरकार ने किया। शाह ने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में देश में पॉलिसी पैरालिसिस हो गया था, हर मंत्री अपने आप को प्रधानमंत्री मानता था और प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री नहीं मानता था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के 10 साल में एक भी नीति नहीं बनी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल में 40 से अधिक नीतियां बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को आकर देकर नीति-संचालित राज्य का बेस्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।