अमेरिकी थिंक-टैंक एक्सपर्ट सदानंद धूमे ने कहा कि भारत में मोदी युग है. उन्होंने कहा कि भारत में 1960 के दशक की शुरुआत के बाद ऐसा पहली बार होगा कि कोई सत्तारूढ़ पार्टी लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय चुनाव जीतने के लिए तैयार दिख रही हो.
17 April, 2024
अमेरिकी थिंक-टैंक एक्सपर्ट सदानंद धूमे ने कहा कि भारत में मोदी युग है. उन्होंने कहा कि भारत में 1960 के दशक की शुरुआत के बाद ऐसा पहली बार होगा कि कोई सत्तारूढ़ पार्टी लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय चुनाव जीतने के लिए तैयार दिख रही हो. अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट थिंक टैंक के सदानंद धूमे ने पीटीआई वीडियो से कहा कि दुनिया में राजनैतिक लोगों का बोलबाला रहता है, जैसे 2015 से अमेरिका में डॉनल्ड ट्रम्प का युग रहा है फिर चाहे वे सत्ता में हैं या नहीं. भारत के नजरिए से 2013 के आस-पास से साफ तौर पर मोदी युग आ गया है.
भारत सरकार ने किया अच्छा काम
सदानंद धूमे ने कहा कि जहां तक भारतीय राजनीति का सवाल है, इंदिरा गांधी के बाद से राष्ट्रीय स्तर पर वास्तव में किसी का वर्चस्व नहीं रहा है. इसके अलावा सदानंद धूमे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर काफी अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की लोकप्रियता बहुत ज्यादा बनी हुई है और यही वजह है कि भारतीय राजनीति में विपक्ष खत्म हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि पहले 2014 और फिर 2019 में कांग्रेस लगातार दो निराशाजनक प्रदर्शनों के बाद भी एकजुट नहीं हो पाई है.
अब बीजेपी का बोलबाला
सदानंद धूमे ने आगे कहा कि ऐतिहासिक रूप से भारत लंबे समय से एक ऐसा देश रहा है जिसमें केवल एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए जगह रही है, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 60, 70, 80 के दशक में कांग्रेस का राज था और अब उस पर बीजेपी का बोलबाला है, हालांकि ये उतना नहीं है जितना कांग्रेस का हुआ करता था. बता दें साफ तौर से भारतीय के नजरिए से ये काफी बेमिसाल है क्योंकि हम जो देख रहे हैं वो 1960 के दशक की शुरुआत के बाद पहली बार होगा कि एक सत्तारूढ़ पार्टी लगातार तीन राष्ट्रीय चुनाव जीतने के लिए तैयार दिख रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर काफी अच्छा काम किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काफी ज्यादा है. अगर आप सर्वे देखें, तो ये 80 फीसदी के आसपास जैसा है, जो कि सबसे ज्यादा है. ये भी एक वजह है कि कई मायनों में विपक्ष वास्तव में खत्म हो गया है और कांग्रेस के दो लगातार निराशाजनक प्रदर्शनों के बाद, पहले 2014 में और फिर 2019 में विपक्ष एकजुट नहीं हो पाया है.
यहां भी पढ़ें- Happy Birthday Vikram: इन 5 फिल्मों ने बनाया विक्रम को साउथ का बड़ा स्टार, देखें लिस्ट