Home Politics Adhir Ranjan Chowdhury: कांग्रेस वाले ‘चौधरी’ क्यों हुए ‘अधीर’

Adhir Ranjan Chowdhury: कांग्रेस वाले ‘चौधरी’ क्यों हुए ‘अधीर’

by Divyansh Sharma
0 comment
Adhir Ranjan Chowdhury: कांग्रेस वाले चौधरी क्यों हुए अधीर

West Bengal Congress: अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा कि मैं अपने साथियों के साथ सड़कों पर रहूंगा, आंदोलन पथ पर रहूंगा, जिन्होंने अन्याय से समझौता करना नहीं सीखा है और न सीखेंगे.

30 July, 2024

West Bengal Congress: कांग्रेस में एक बार फिर से बवाल मच गया है. इस बार पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई में बगावत खुलकर सामने आ गई है. दरअसल, पश्चिम बंगाल के कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) भड़क गए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से हटाया जाता है तो वह अपने साथियों के साथ सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि वह आंदोलन पथ पर रहेंगे.

TMC हमारी पार्टी को तोड़ रही- अधीर रंजन चौधरी

दरअसल, दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी एक बैठक में पूर्व अध्यक्ष बता दिया गया. इसी को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपने फेसबुक प्रोफाईल पर 3 वीडियो शेयर कर बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि जो कार्यकर्ता दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं, सड़कों पर पार्टी का झंडा लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें दिल्ली में फोन नहीं आता. अगर यही राजनीति है तो, राजनीति मेरे लिए नहीं है. मैं अपने साथियों के साथ सड़कों पर रहूंगा. आंदोलन पथ पर रहूंगा. उन्होंने आगे कहा कि कार्यकर्ता दिन-रात जमीनी स्तर पर पिट रहे हैं. मार खा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) हर दिन हमारी पार्टी को तोड़ रही है. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि I.N.D.I.A. ब्लॉक में शामिल होकर भी TMC ने हम पर अत्याचार करना बंद नहीं किया.

‘TMC ने हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नहीं बख्शा’

अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने पूछा कि क्या उन्होंने हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बख्शा है? आज भी हमारे कार्यकर्ता जेल में हैं. झूठे मुकदमों में फंसे हैं. हमारी पार्टी के दफ्तरों पर कब्जा कर रहे हैं. ऐसे में मैं जमीनी स्तर के खिलाफ कैसे चुप रह सकता हूं? अगर मैं चुप रहूंगा तो उन कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय होगा. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में बैठे आलाकमान के नेताओं को उन कार्यकर्ताओं से भी बात करनी चाहिए जो दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं, पार्टी का झंडा लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके विचार भी जानने होंगे. उन्हें भी दिल्ली बुलाने की जरूरत है. मैं अपने उन साथियों के साथ सड़कों पर रहूंगा, आंदोलन पथ पर रहूंगा, जिन्होंने अन्याय से समझौता करना नहीं सीखा है और न सीखेंगे. हालांकि, लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में पश्चिम बंगाल के नतीजों की जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की थी.

यह भी पढ़ें: Anurag Thakur ने पूछी राहुल की जाति, भड़क गए यूपी के दो लड़के, BJP सांसद को सुना दी खरी-खरी

You may also like

Leave a Comment

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2024 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00