Nagpur Violence: औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए हो रहे प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. महाल इलाके में दो गुटों के बीच झड़प के बाद हिंसा भड़क उठी, जिसमें पथराव और आगजनी हुई.
Nagpur Violence: औरंगजेब की कब्र पर जारी विवाद में महाराष्ट्र का नागपुर झुलस रहा है. शहर में जगह जगह उसके जख्म दिखाई दे रहे हैं. सड़क पर उतरे दंगाइयों ने दर्जनों गाड़ियों फूंक दीं. पुलिसवालों पर पथराव भी किया. इस हिंसा के चलते एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. पत्थरबाजों ने घरों को भी निशाना बनाया. इस हिंसा की शुरुआत दो तरह की अफवाहों से हुई. पहली एक धार्मिक ग्रंथ जलाए जाने की और दूसरी पवित्र चादर को आग के हवाले करने की. नागपुर की फिजा में जहर घोलने के लिए उड़ाई गई इस अफवाह ने एक समुदाय के लोगों को भड़का दिया और फिर हिंसा का दौर शुरू हो गया.
पुलिस ने छोड़े आंसू के गोले
यहां बता दें कि देर रात दो पक्षों में हिंसक झड़प शुरू हुई, तो पुलिस को आंसू गैस के गोले चलाने पड़े. वहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने मौके पर लाठीचार्ज किया. आरोप है कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रदर्शन के दौरान दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई. वहीं, बीते कुछ दिनों से हिंदुत्वादी संगठनों की तरफ से छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) में स्थित औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग तेज हो गई है.
कई घरों और दुकानें आग की लपेट में
गौरतलब है कि नागपुर के महाल से शुरू हुई हिंसा की आग हंसपुरी तक फैल गई. इस दौरान कई घरों, वाहनों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ हुई और आग लगा दी गई. अधिकारियों ने बताया कि शहर में फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है. अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर में हिंसा भड़क उठी. पुलिस पर भी पथराव किया गया.
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