UPSC Chairman : यूपीएससी से इस्तीफा देने वाले मनोज सोनी (Manoj Soni) का बचपन काफी संघर्ष भरा रहा है. पिता की मौत होने के बाद परिवार को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा. ऐसे में उन्हें बचपन मेंं काम करना पड़ा.
20 July, 2024
UPSC Chairman : संघ लोक सेवा आयोग के चेयरमैन पद से मनोज सोनी (Manoj Soni) ने इस्तीफा दे दिया है. उनका कार्यकाल 2029 में खत्म होने वाला था, लेकिन उन्होंने करीब पांच वर्ष पहले ही त्यागपत्र दे दिया. मनोज सिन्हा भले ही देश के सबसे बड़े आयोग के चेयरमैन रहे, लेकिन उनका जीवन संघर्षों से भरा है जो युवाओं के लिए एक मिसाल पेश करता है. एक तरफ जहां बचपन में ही पिता का साथ छूट गया और उन्हें सड़क पर अगरबत्ती बेचनी पड़ी. वहीं, पढ़ने की ललक थी और वह संघर्ष करते हुए यूपीएससी के चेयरमैन की पद पर पहुंचे.
ऐसा रहा मनोज सोनी का संघर्ष
मनोज सोनी का जन्म 17 फरवरी, 1965 को हुआ. 5 वर्ष की उम्र में ही पिता की मौत के बाद उनका जीवन उथल-पुथल हो गया. वहीं, अपने परिवार का भरण-पोषण और पढ़ाई करने के लिए मनोज ने मुंबई (तब बॉम्बे) के भुलेश्वर इलाके में सड़कों पर अगरबत्ती बेचने का काम भी किया. इसके बाद 1991 और 2016 में सोनी ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय (SPU), वल्लभ विद्यानगर में इंटरनेशन रिलेशंस विषय में अध्यापन कराया. 2009 से 2015 तक डॉ. बीआर अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी में कुलपति का पद संभाला.
गुजरात में की हायर एजुकेशन की पढ़ाई
पिता की मृत्यु के बाद मनोज सोनी के परिवार की आर्थिक हालात काफी खराब होने लगी. इसके बाद वह साल 1978 में महाराष्ट्र छोड़कर गुजरात आ गए. मनोज सोनी ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई यही से की. साइंस में फेल होने के बाद उन्होंने आर्ट्स सब्जेक्ट चुना और 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली. उन्होंने एमएस यूनिवर्सिटी से बीए और एमए की. इसके अलावा मनोज सोनी ने सरदार पटेल यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय संबंध की भी पढ़ाई की.