खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ ( WFI) पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है. यह निलंबन 15 महीने बाद हटा है.निलंबन हटने से पहलवानों में खुशी की लहर दौड़ गई है.
NEW DELHI: खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ ( WFI) पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है. यह निलंबन 15 महीने बाद हटा है.निलंबन हटने से पहलवानों में खुशी की लहर दौड़ गई है. WFI के निलंबित रहने से पहलवानों को कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था. इस वजह से महासंघ और खेल मंत्रालय के बीच टकराव की स्थिति भी पैदा हो रही थी. निलंबन हटने से अब घरेलू टूर्नामेंट आयोजित करने के रास्ते खुल गए हैं और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के चयन के लिए भी अब कोई बाधा नहीं होगी.
मंत्रालय ने अपने आदेश में बताया कि WFI ने खेल हित में सुधारात्मक कदम उठाए हैं, जिस कारण उस पर लगे निलंबन को हटाया जाता है. खेल मंत्रालय ने संजय सिंह की अगुआई वाली WFI की कार्यकारी समिति पर खेल संहिता के उल्लंघन के आरोप में निलंबन किया था. मालूम हो कि कुश्ती की वैश्विक संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भी पिछले साल संजय सिंह की अगुआई वाली WFI से निलंबन हटा दिया था.
WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के नेतृत्व वाली समिति ने 21 दिसंबर 2023 को चुनाव जीता था. इसके बाद उन्होंने अंडर-15 और अंडर-20 वर्ग के राष्ट्रीय चैंपियनशिप कराने की घोषणा की थी. हालांकि, इस चैंपियनशिप का आयोजन स्थल गोंडा के नंदिनी नगर में रखा गया था जो बृजभूषण का गढ़ है. खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर 2023 को कार्रवाई करते हुए WFI को निलंबित करने का फैसला किया था.
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी हो चयन
खेल मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि WFI को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए चयन खेल संहिता के मौजूदा प्रावधानों और यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा समय-समय पर जारी नियमों के साथ निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो. मालूम हो कि मंत्रालय के निलंबन और प्रमुख पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और सत्यव्रत कादियान द्वारा दायर अदालती मामलों के कारण भारतीय पहलवान जाग्रेब और अल्बानिया में रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाए थे.
ये भी पढ़ेंः होली पर रेलवे का प्लान तैयारः भीड़ पर होगा नियंत्रण, आरक्षित टिकट वालों को ही स्टेशन पर प्रवेश, चलेंगी स्पेशल ट्रेनें